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नवनिर्वाचित MLC में सच्चिदानंद राय सबसे धनवान, ADR ने जारी की रिपोर्ट - एडीआर रिपोर्ट

नवनिर्वाचित एमएलसी में सच्चिदानंद राय (Newly elected MLC Satchidanand Rai) सबसे ज्यादा धनवान है. उनके पास सबसे ज्यादा 1108 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. नवादा से जीते अशोक कुमार के पास सबसे कम छह करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. पढ़ें ये रिपोर्ट..

नवनिर्वाचित एमएलसी में सच्चिदानंद राय
नवनिर्वाचित एमएलसी में सच्चिदानंद राय
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Published : Apr 14, 2022, 11:11 PM IST

पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) के लिए चुने गए नवनिर्वाचित 24 पार्षदों में सबसे ज्यादा 1108 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति निर्दलीय सच्चिदानंद राय के पास है, जबकि सबसे कम छह करोड़ से ज्यादा की संपत्ति नवादा से जीत हासिल करने वाले निर्दल अशोक कुमार के पास है. यह खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिसर्च यानि एडीआर के नये रिसर्च रिपोर्ट में हुआ है.

ये भी पढ़ें- निर्दलीय जीते 4 विधान पार्षदों पर डोरे डालने का खेल शुरू, सदन में अंकगणित मजबूत करने में जुटी पार्टियां

सभी एमएलसी करोड़पति: रिपोर्ट में यह तथ्य भी सामने आया है कि जीत दर्ज करने वाले सभी 24 विधान पार्षद करोड़पति हैं. इनमें बीजेपी के सात, आरजेडी के छह, जेडीयू के पांच, रालोजपा का एक, कांग्रेस का एक व चार निर्दलीय पार्षद हैं. इसमें बीजेपी के साथ विधान पार्षदों की औसत संपत्ति 49.86 करोड़ रूपये है जबकि आरजेडी के पार्षदों की 23.50 करोड़, जेडीयू के पार्षदों की 26.80 तथा निर्दलीय पार्षदों की 282.88 करोड़ की औसत संपत्ति है. इन 24 पार्षदों में से नौ यानि 38 प्रतिशत की शैक्षिक योग्यता आठवीं से 12वीं तथा 14 यानि 58 प्रतिशत की शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ऊपर है. एक पार्षद साक्षर है. इन 24 में तीन यानि 13 प्रतिशत महिला हैं.

आपराधिक मामले में राजद टॉप पर: रिपोर्ट के अनुसार घोषित आपराधिक मामलों में राजद के पार्षदों पर सबसे ज्यादा केस दर्ज हैं. राजद के छह में से पांच पर यानि 83 प्रतिशत पार्षदों पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन पर यानि 50 प्रतिशत पर गंभीर घोषित मामले दर्ज हैं. इसके बाद जदयू का स्थान है. जदयू के पांच में से तीन पार्षदों पर यानि 60 प्रतिशत पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन यानि 60 प्रतिशत पर घोषित गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. बीजेपी के सात पार्षदों में चार पर यानि 57 प्रतिशत पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन पर यानि 43 प्रतिशत पर गंभीर घोषित मामले दर्ज हैं.

दलीय पार्षदों में राजीव कुमार सबसे ज्यादा धनी: दलीय पार्षदों में सबसे ज्यादा संपत्ति बीजेपी के गोपालगंज से जीत दर्ज करने राजीव कुमार के पास है. इनके पास 159 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है जबकि दूसरे नंबर पर कटिहार से जीतने वाले अशोक कुमार अग्रवाल हैं. इनके पास 101 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. तीसरे नंबर पर औरंगाबाद से जीत दर्ज करने वाले दिलीप कुमार सिंह हैं. इनके पास 40 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.

जबकि राजद के पार्षदों में सबसे ज्यादा धनी पश्चिमी चंपारण से जीतने वाले सौरभ कुमार हैं. इनके पास 55 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. जबकि दूसरे नंबर पर कुमार नागेंद्र के पास 23 करोड़ से ज्यादा तथा तीसरे नंबर पर पटना से जीतने वाले कार्तिक कुमार के पास 22 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. जदयू से जीतने वाले पार्षदों में 40 करोड़ से भी ज्यादा की घोषित संपत्ति भागलपुर से जीतने वाले विजय कुमार सिंह के पास है जबकि दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर से दिनेश प्रसाद हैं. इनके पास 38 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. वहीं तीसरे नंबर पर सीतामढ़ी-शिवहर से जीतने वाली रेखा कुमारी हैं. इनके पास 28 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है.

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पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) के लिए चुने गए नवनिर्वाचित 24 पार्षदों में सबसे ज्यादा 1108 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति निर्दलीय सच्चिदानंद राय के पास है, जबकि सबसे कम छह करोड़ से ज्यादा की संपत्ति नवादा से जीत हासिल करने वाले निर्दल अशोक कुमार के पास है. यह खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिसर्च यानि एडीआर के नये रिसर्च रिपोर्ट में हुआ है.

ये भी पढ़ें- निर्दलीय जीते 4 विधान पार्षदों पर डोरे डालने का खेल शुरू, सदन में अंकगणित मजबूत करने में जुटी पार्टियां

सभी एमएलसी करोड़पति: रिपोर्ट में यह तथ्य भी सामने आया है कि जीत दर्ज करने वाले सभी 24 विधान पार्षद करोड़पति हैं. इनमें बीजेपी के सात, आरजेडी के छह, जेडीयू के पांच, रालोजपा का एक, कांग्रेस का एक व चार निर्दलीय पार्षद हैं. इसमें बीजेपी के साथ विधान पार्षदों की औसत संपत्ति 49.86 करोड़ रूपये है जबकि आरजेडी के पार्षदों की 23.50 करोड़, जेडीयू के पार्षदों की 26.80 तथा निर्दलीय पार्षदों की 282.88 करोड़ की औसत संपत्ति है. इन 24 पार्षदों में से नौ यानि 38 प्रतिशत की शैक्षिक योग्यता आठवीं से 12वीं तथा 14 यानि 58 प्रतिशत की शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ऊपर है. एक पार्षद साक्षर है. इन 24 में तीन यानि 13 प्रतिशत महिला हैं.

आपराधिक मामले में राजद टॉप पर: रिपोर्ट के अनुसार घोषित आपराधिक मामलों में राजद के पार्षदों पर सबसे ज्यादा केस दर्ज हैं. राजद के छह में से पांच पर यानि 83 प्रतिशत पार्षदों पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन पर यानि 50 प्रतिशत पर गंभीर घोषित मामले दर्ज हैं. इसके बाद जदयू का स्थान है. जदयू के पांच में से तीन पार्षदों पर यानि 60 प्रतिशत पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन यानि 60 प्रतिशत पर घोषित गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. बीजेपी के सात पार्षदों में चार पर यानि 57 प्रतिशत पर घोषित आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन पर यानि 43 प्रतिशत पर गंभीर घोषित मामले दर्ज हैं.

दलीय पार्षदों में राजीव कुमार सबसे ज्यादा धनी: दलीय पार्षदों में सबसे ज्यादा संपत्ति बीजेपी के गोपालगंज से जीत दर्ज करने राजीव कुमार के पास है. इनके पास 159 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है जबकि दूसरे नंबर पर कटिहार से जीतने वाले अशोक कुमार अग्रवाल हैं. इनके पास 101 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. तीसरे नंबर पर औरंगाबाद से जीत दर्ज करने वाले दिलीप कुमार सिंह हैं. इनके पास 40 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.

जबकि राजद के पार्षदों में सबसे ज्यादा धनी पश्चिमी चंपारण से जीतने वाले सौरभ कुमार हैं. इनके पास 55 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. जबकि दूसरे नंबर पर कुमार नागेंद्र के पास 23 करोड़ से ज्यादा तथा तीसरे नंबर पर पटना से जीतने वाले कार्तिक कुमार के पास 22 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है. जदयू से जीतने वाले पार्षदों में 40 करोड़ से भी ज्यादा की घोषित संपत्ति भागलपुर से जीतने वाले विजय कुमार सिंह के पास है जबकि दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर से दिनेश प्रसाद हैं. इनके पास 38 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. वहीं तीसरे नंबर पर सीतामढ़ी-शिवहर से जीतने वाली रेखा कुमारी हैं. इनके पास 28 करोड़ से ज्यादा की घोषित संपत्ति है.

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