पटना: चुनावी साल में बिहार में महंगाई पर सियासत शुरू है. नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव सरकार के खिलाफ लगातार अपना विरोध जता रहे हैं. पहले वे प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेर रहे थे. अब पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर निशाना साध रहे हैं. इधर एनडीए के नेता भी पलटवार करने में चूक नहीं रहे.
बीजेपी की ओर से राणा रणधीर सिंह ने तेजस्वी और आरजेडी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने महंगाई को नियंत्रित किया है. लेकिन विपक्ष में जो लोग हैं वे बेवजह मुद्दा खोज रहे हैं जो उन्हें मिलने वाला नहीं है.
मुद्दाविहीन हो चुका है विपक्ष- जेडीयू
वहीं, जेडीयू खेमे से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी को घेरते हुए कहा कि पूरा विपक्ष मुद्दाविहीन है. तेजस्वी यादव के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए जो है उसे ही वे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन जनता भली-भांति उनकी चाल समझती है.
सड़क पर उतरी आरजेडी
बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को साइकिल मार्च निकाला. इस मार्च में उनके साथ पार्टी के कई नेता और विधायक भी शामिल थे. साइकिल मार्च जैसे ही डाकबंगला चौराहा पहुंचा तो बारिश शुरू हो गई. जिसके बाद यात्रा बीच में ही रोकनी पड़ी.
चुनावी साल में महंगाई मुद्दा
बहरहाल, महंगाई हमेशा राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा मुद्दा रहा है. पहले भी महंगाई जैसे मुद्दे पर सरकार बनती और बिगड़ती रही हैं. इस साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में नेता विरोधी दल पेट्रोल-डीजल जैसी जरूरत की चीजों को मुद्दा बनाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप शुरू है.