पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अति महत्वकांक्षी योजना सात निश्चय के तहत 'हर घर नल से जल' का सपना अभी भी की गांव में अधूरा है. नल जल योजना (Nal Jal Yojana) के 5 साल हो गए हैं. इसके बावजूद, अभी भी मसौढ़ी अनुमंडल के कई गांवों में नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. (Nal Jal Yojana is Not Working in Masaurhi) जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है.
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मिली जानकारी के अनुसार, पटना के ग्रामीण इलाकों के कई ऐसे गांव हैं. जहां, पर नल जल के नाम पर कहीं नल लगा है. तो जल नसीब नहीं है. कहीं, टावर लगा है तो टंकी गायब है. तो, कहीं बोरिंग ही नहीं हुआ है. कहीं सालों से नल से जल नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर मसौढ़ी अनुमंडल के विभिन्न गांव में ग्रामीणों के बीच आक्रोश देखने को मिल रहा है.
मसौढ़ी प्रखंड के नियामतपुर गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर 1 साल से नल से जल नसीब नहीं हो रहा है. वहीं, अभी तक टावर पर टंकी नहीं बैठाया गया है. बहुत तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गांवों में मुखिया का चुनाव हो चुका है.
गांव की सरकार बनने के बाद सबसे बड़ी चुनौती नल जल योजना की है. ऐसे में नवनिर्वाचित मुखिया के सामने नल जल एक बड़ी समस्या हो गई है. हर गांव के लोगों में योजना को लेकर गुस्सा है. ऐसे में मुखिया ने सरकार से मांग किया है कि जहां कहीं भी योजना अधूरा है. उसके लिए विकल्प तलाशा जाए.
'सरकार के निर्देशानुसार पंचायतों में, वार्ड स्तरीय जहां-जहां पैसा निकासी होने के बाद काम नहीं हुआ है. वहां पर पैसा, रिकवरी करने और कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त हुआ है. जिसको लेकर, सूची तैयार की जा रही है.' - विनय कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी, मसौढ़ी प्रखंड
'नवनिर्वाचित मुखिया बनने के बाद गांव में सबसे बड़ी समस्या नल जल का हो गया है. जहां पर आए दिन गांव में हंगामा, हो रहा है. सालों से नल का जल लोगों को नसीब नहीं हो रहा है.' - चंदन भारती, मुखिया, निशियांवा
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