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VIDEO: देखिए..जनता दरबार में आए फरियादी की बात सुन क्यों हंस पड़े नीतीश कुमार

बिहार के सीएम नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुन समस्याओं का तत्काल निपटारा कर रहे हैं. सीएम के दरबार में गोपालगंज से आए पूर्व प्राचार्य ने अपनी समस्या रखी. इनकी बात सुनते ही सीएम हंस पड़े. आखिर इस फरियादी ने ऐसा क्या कहा आगे पढ़िए..

Janata Darbar In Patna
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Published : Sep 20, 2021, 2:50 PM IST

पटना: राजधानी में जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) का आयोजन किया गया. इसमें सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने आपदा प्रबंधन, जल संसाधन, पंचायती राज, ऊर्जा और पथ निर्माण समेत कई विभागों से जुड़ी शिकायतें सुनीं. सीएम के दरबार में गोपालगंज से आए एक पूर्व प्राचार्य ने कविता पढ़ते हुए एंट्री ली. उन्होंने सीएम से अपनी समस्या बताई, जिसके बाद नीतीश कुमार के साथ ही दरबार में उपस्थित सभी लोग एक साथ हंस पड़े.

यह भी पढ़ें- महिला वार्ड सदस्य की CM से गुहार, हुजूर... सफेद कागज पर साइन करने को कहते हैं मुखिया, मारने की देते हैं धमकी

गोपालगंज से आए पूर्व प्राचार्य ने सीएम को बताया कि वे पहले अपने वेतन और अब अपने पेंशन से सड़क बनवाते हैं. सीएम ने पूछा समस्या बताइये. पूर्व प्राचार्य ने विनम्रता से कहा कि सर सड़क तो आपने गांव तक पहुंचा दिया है, अब इसे उत्तर प्रदेश से जोड़ दीजिए. यह सुनकर सीएम हंस पड़े और मामले को पथ निर्माण विभाग को देखने का आदेश दिया है.

देखें वीडियो

"सर 1978 से गांव के सभी घर के बाहर मैंं झाड़ू लगाता हूं. जो वेतन का पैसा मिलता था उससे काट काटकर सड़क बनाने के काम में लगाता था. जो पेंशन का पैसा मिलता है उसमें से भी कुछ राशि काटकर सड़क निर्माण में लगाता हूं. सड़क तो बन गई है बस उसको उत्तर प्रदेश से जोड़ दीजिए."-फरियादी

बता दें कि मुख्यमंत्री तीसरे सोमवार को जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

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यह भी पढ़ें- जनता दरबार में अधिकारी से बोले सीएमः जरा देखीये कैसे हुआ है नहर का काम कि गांव की फसल हो रही बर्बाद

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गोपालगंज से आए पूर्व प्राचार्य ने सीएम को बताया कि वे पहले अपने वेतन और अब अपने पेंशन से सड़क बनवाते हैं. सीएम ने पूछा समस्या बताइये. पूर्व प्राचार्य ने विनम्रता से कहा कि सर सड़क तो आपने गांव तक पहुंचा दिया है, अब इसे उत्तर प्रदेश से जोड़ दीजिए. यह सुनकर सीएम हंस पड़े और मामले को पथ निर्माण विभाग को देखने का आदेश दिया है.

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"सर 1978 से गांव के सभी घर के बाहर मैंं झाड़ू लगाता हूं. जो वेतन का पैसा मिलता था उससे काट काटकर सड़क बनाने के काम में लगाता था. जो पेंशन का पैसा मिलता है उसमें से भी कुछ राशि काटकर सड़क निर्माण में लगाता हूं. सड़क तो बन गई है बस उसको उत्तर प्रदेश से जोड़ दीजिए."-फरियादी

बता दें कि मुख्यमंत्री तीसरे सोमवार को जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

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