कोडरमा/पटना : प्रकृति पर्व करम की हर तरफ धूम मची है. कोडरमा के मरकच्चो प्रखंड स्थित चंचाल मैदान में करम महोत्सव का आयोजन (Karam festival in Koderma )किया जा रहा है. घटवार आदिवासी महासभा की ओर से आयोजित करम महोत्सव में महिलाएं करम डाल की पूजा कर प्रकृति और अपने भाई की रक्षा के लिए वरदान मांग रही हैं.
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कोडरमा के मरकच्चो प्रखंड स्थित चंचाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव में इस बार बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार मुख्य रूप से शामिल हुए और मांदर बजाकर उन्होंने झारखंड वासियों को करम की बधाई दी. उन्होंने कहा कि आज प्रकृति से प्रेम और उसकी पूजा करने की जरूरत देश के हर हिस्से में है. जिस तरह से प्रकृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है उसका खामियाजा पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन के रूप में भुगत रहा है.
करम डाली में बहनें रक्षा सूत्र बांधकर अपने भाई के लंबी उम्र का वरदान मांग रही हैं. यूं तो समाज का हर तबका करम उत्सव मनाता है, लेकिन आदिवासी समाज के लिए यह पर्व खासा महत्वपूर्ण है. कोडरमा में घटवार आदिवासी महासभा की ओर से करम महोत्सव में पारंपरिक वेशभूषा में विधि विधान से महिलाएं करम डाली की पूजा कर रही हैं और अपने भाई की लंबी उम्र के साथ प्रकृति की रक्षा की कामना कर रही हैं.
करम महोत्सव को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है. जहां स्कूली छात्राएं आकर्षक आदिवासी नृत्य पेश कर रहे हैं, जबकि करम महोत्सव में शामिल महिलाएं झूमर डांस कर खुशियां मना रही हैं. मांदर की थाप पर आज हर कोई प्रकृति पर्व के मौके पर झूम रहा है और नाच गा कर प्रकृति के हरे भरे रहने की कामना करते हुए भाई के लिए वरदान मांग रहा है.
कार्यक्रम के आयोजक और घटवार आदिवासी महासभा की प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा सिंह ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित कर समाज को एक नया संदेश दिया जा रहा है और भाई बहन के पवित्र संबंधों पर आधारित प्रकृति पर्व को हर कोई अपने अपने तरीके से मना रहा है. प्रकृति हरी भरी रहे, खेती बारी अच्छी हो, इसी उम्मीद के साथ महिलाएं करम डाली की पूजा कर रही हैं और रक्षा सूत्र बांधकर भाई की लंबी आयु के लिए वरदान मांग रही है. कमोबेश पूरे झारखंड में आज करमा पूजा को लेकर कुछ यही उत्साह नजर आ रहा है.