पटना: बिहार में एक तरफ नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सियासी खेला कर महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली तो दूसरी तरफ मणिपुर में जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. उसके 6 में से पांच विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली (JDU MLAs Join BJP in Manipu) है. इस राजनीतिक घटनाक्रम ने मणिपुर और बिहार दोनों जगह सियासी भूचाल ला दिया है. एक तरफ जेडीयू इसे असंवैधानिक बता रही है तो बीजेपी खुले दिल से उन विधायकों का स्वागत कर रही है. वहीं हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा (Manjhi Challages BJP on Manipur Episode) है.
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जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर लिखा- "आप किसी दल के विधायक को डरा कर/समझा-बुझाकर/लालच देकर/ब्लैकमेल कर अपने साथ ले सकते हैं पर उससे जनादेश आपके साथ नहीं जा सकता. यदि सच में आप सिद्धांत की बात करते हैं तो उन विधायकों से इस्तीफा दिलाकर उन्हें चुनावी मैदान में भेजिए जनता तय कर देगी कि वह किनके साथ है."
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आप किसी दल के विधायक को डरा कर/समझा-बुझाकर/लालच देकर/ब्लैक मेल कर अपने साथ ले सकतें हैं पर उससे जनादेश आपके साथ नहीं जा सकता।
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— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) September 3, 2022
यदि सच में आप सिद्धांत की बात करतें हैं तो उन विधायकों से इस्तिफा दिलाकर उन्हें चुनावी मैदान में भेजिए जनता तय कर देगी कि वह किनके साथ है।#मणिपुरआप किसी दल के विधायक को डरा कर/समझा-बुझाकर/लालच देकर/ब्लैक मेल कर अपने साथ ले सकतें हैं पर उससे जनादेश आपके साथ नहीं जा सकता।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) September 3, 2022
यदि सच में आप सिद्धांत की बात करतें हैं तो उन विधायकों से इस्तिफा दिलाकर उन्हें चुनावी मैदान में भेजिए जनता तय कर देगी कि वह किनके साथ है।#मणिपुर
मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल: बता दें कि जेडीयू ने इस साल मार्च में मणिपुर विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से छह ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक ए एम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार शामिल हैं. अभी तक इन विधायकों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जेडीयू के लिए ये ना सिर्फ एक झटका है बल्कि पूर्वोतर में कमजोर होती पकड़ का एक संकेत है. असल में कुछ समय पहले ही अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू का एक मात्र विधायक बीजेपी में शामिल हो गया था. ऐसे में उस राज्य से जेडीयू का प्रतिनिधित्व ही समाप्त हो गया.
मणिपुर में टूट के बाद बौखलायी JDU: बिहार जेडीयू के प्रवक्ताओं और नेताओं ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Leader Neeraj kumar) ने कहा कि फर्जी नैतिकता के कुलाधिपति बनने का बीजेपी दावा करती है, लेकिन इसके मूल्य चरित्र में कैसा बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि अब अटल आडवाणी वाली बीजेपी नहीं है, अब वैचारिक रूप से समाज में वैमनस्य फैलाने और सहयोगियों के साथ विश्वासघात करने का बदलाव बीजेपी में आया है. बिहार ने तो इसको लेकर नजीर पेश कर दी है.
ललन सिंह की सुशील मोदी को नसीहत : जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले के बहाने सुशील मोदी को सोशल मीडिया पर नसीहत (Lalan Singh Attack Sushil Modi on Manipur Episode) दी है. उन्होंने लिखा- 'सुशील जी, आपको स्मरण कराना चाहते हैं कि अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जद (यू.) ने भाजपा को हराकर सीटें जीती थी. इसलिए जद (यू.) से मुक्ति का दिवास्वप्न मत देखिए. अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ था, वह आपके गठबंधन धर्म के पालन के कारण हुआ था ? ....और मणिपुर में एक बार फिर भाजपा का नैतिक आचरण सबके सामने है.'ललन सिंह ने आगे लिखा, 'आपको तो याद होगा 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभायें की, तब जाकर 53 सीट ही जीत पाए थे. 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा.....इंतजार कीजिए. आप इसी तरह अपने नेतृत्व को जद (यू.) को खत्म करने का दिवास्वप्न दिखाते रहिए. आपको कुछ न कुछ जरूर मिल जाएगा. आपको मेरी शुभकामनाएं.'