पटना: बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) के लिए 24 सीटों पर 4 अप्रैल को वोट डाला जाना है. इस बार के चुनाव में एनडीए के घटक दल जेडीयू, बीजेपी और पशुपति पारस की आरएलजेपी ने तालमेल के तहत उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं दूसरी तरफ आरजेडी ने एक सीट छोड़ सभी 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार दिए हैं. सीधा मुकाबला आरजेडी और एनडीए के घटक दलों के बीच है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार का मोर्चा खुद संभाल रखा था लेकिन दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रचार से दूरी बना ली थी. इसके बावजूद जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) ने दावा किया है कि सभी 24 सीटों पर एनडीए की जीत होगी.
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सीएम के कार्यों से जनप्रतिनिधि प्रभावित: उमेश कुशवाहा ने खास बातचीत में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि विकास के पक्षधर हैं और हम लोगों ने जो दौरा किया है, उसमें सभी नीतीश कुमार के विकास कार्य से प्रभावित हैं और उन में आस्था भी जता रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ समावेशी विकास किया है और हम लोगों ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद किया है तो सभी विकास के पक्ष में गोलबंद है. उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सबका साथ सबका विकास चाहते हैं. आत्मनिर्भर भारत को लेकर काम कर रहे हैं. इन सब को लेकर त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि गोलबंद होकर एनडीए के पक्ष में वोट करेंगे.
'विकास बनाम विनाश में मुकाबला': बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूरी ताकत लगाई है. हेलीकॉप्टर से घूम-घूम कर प्रचार करते रहे तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना ली थी. उन्होंने जेडीयू नेताओं और मंत्रियों को ही प्रचार में लगाया गया था लेकिन इसके बावजूद प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का दावा है कि मुख्यमंत्री ने जो 15- 16 सालों में विकास का जो कार्य किया है, लोग उस पर वोट करेंगे क्योंकि इस बार लड़ाई विकास और विनाश दो धरा के बीच है. एक तरफ मुख्यमंत्री विकास के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं तो दूसरी तरफ विनाश के रूप में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव हैं. कुशवाहा कहते हैं कि बागियों और अन्य दलों के उम्मीदवारों का चुनाव में कोई असर पड़ने वाला नहीं है. एनडीए पूरी मजबूती से चुनाव में जीत हासिल करेगा.
4 अप्रैल को मतदान: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. इसके लिए 9 मार्च से 16 मार्च तक नामांकन हुआ था. 21 मार्च तक नामांकन वापसी की गई थी. वहीं, अब 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है.
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