पटनाः बिहार में सोशल मीडिया पर बीजेपी और जेडीयू का जंग (Social Media War Between Jdu and Bjp) लगातार जारी है. वैसे तो बीजेपी का आईटी सेल हमेशा चर्चा में रहता है, लेकिन जेडीयू ने भी अपने लिए अब विशेष रूप से मीडिया सेल बनाया है. आधा दर्जन लोगों की टीम इसमें काम कर रही है. यही नहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और यहां तक की पार्टी के विधायकों ने भी सोशल मीडिया को बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए टीम बनाई है. बीजेपी से अलग होने के बाद जेडीयू महागठबंधन के साथ है और बीजेपी पर लगातार हमलावर है.
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बड़े नेता अलग से भी बना रहे सोशल मीडिया सेलः सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए जेडीयू नेता :सोशल मीडिया आसानी से बड़े वर्ग तक पहुंचने का माध्यम बन गया है और इसे सभी पार्टियां इस्तेमाल कर रही हैं. बीजेपी इसमें अभी भी सबसे आगे हैं लेकिन बिहार में जब से बीजेपी से जदयू अलग हुई है सोशल मीडिया को बीजेपी को जवाब देने के लिए बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है. पार्टी के मुखिया नीतीश कुमार का सोशल मीडिया सेल अलग काम करता है और वह सरकार से जुड़ा हुआ है. जनसंपर्क विभाग के माध्यम से संचालित होता है, लेकिन जेडीयू में एक नई टीम तैयार हुई है. आधा दर्जन लोगों की टीम पार्टी के कार्यक्रमों को सोशल मीडिया पर लाइव करने से लेकर पोस्ट करने तक इन दिनों सक्रिय है. पार्टी ने इसके लिए कैमरा का भी इंतजाम किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बात ही मजबूती से सोशल मीडिया की टीम विभिन्न प्लेटफार्म पर रख रही है.
सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए जेडीयू नेताः पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी अपने लिए विशेष तौर पर फेसबुक और ट्विटर के लिए एक आदमी को रखा है. उपेंद्र कुशवाहा पहले से सक्रिय हैं लेकिन इन दिनों सक्रियता ज्यादा बढ़ी हुई है और उनके लिए भी अलग से लोग काम कर रहे हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार भी लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं. इन लोगों के लिए भी अलग से सोशल मीडिया की टीम काम कर रही है. जेडीयू के कई प्रवक्ता भी काफी सक्रिय हैं. पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है हम लोग सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से अपनी बात रख रहे हैं. क्योंकि कई बड़े मुद्दे हैं जिस पर हम लोगों की बात मीडिया में नहीं जा पाती है और बीजेपी को इस मीडिया के माध्यम से कारगर ढंग से हम लोग जवाब दे रहे हैं. वही विधायक विनय कुमार चौधरी का कहना है बीजेपी को सोशल मीडिया के माध्यम से हम लोग मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं और हम लोगों ने भी इसके लिए अलग से आदमी रखा हैं.
"सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां से आप अपनी बात खुलकर कह सकते हैं. चाहे वो किसी पर अटैक करने की बात हो या फिर किसी चीज पर अपनी प्रतिक्रिया देने की" -अंजुम आरा, प्रवक्ता जेडीयू
जेडीयू में सबसे ज्यादा फाॅलोवर उपेंद्र कुशवाहा केः सोशल मीडिया का इस्तेमाल ना केवल विरोधी दलों को जवाब देने में जेडीयू के नेता कर रहे हैं बल्कि सहयोगी दल को भी कभी-कभी आईना दिखाने की कोशिश की जाती है. यही नहीं प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री पर हाल के दिनों में जिस प्रकार से जेडीयू की ओर से हमला हुआ है. वह सबके सामने है. सोशल मीडिया पर जवाब देने में उपेंद्र कुशवाहा सबसे आगे दिख रहे हैं. फेसबुक पर जहां राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के 50.3 k फाॅलोवर्स हैं. वही उपेंद्र कुशवाहा के 184 k फाॅलोवर्स हैं. जेडीयू में अलग-अलग फोरम पर पेज बनाया गया है और उसके अलग-अलग फाॅलोवर्स हैं. जनता दल यूनाइटेड का 60k फाॅलोवर्स है. फाॅलोवर्स के हिसाब से देखें तो बहुत ज्यादा संख्या नहीं है लेकिन पार्टी अब इसी को बढ़ाने में लगी है. इससे आसानी से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके.
आक्रामक जवाब देने के लिए सोशल मीडिया सहीः विधानसभा चुनाव में भी जेडीयू ने ऑनलाइन माध्यम का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया था, लेकिन अब पार्टी आक्रमक ढंग से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है. इसके लिए विशेष रूप से लोगों को लगाया जा रहा है. पार्टी सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि आने वाले दिनों में सोशल मीडिया की टीम और बड़ी की जाएगी. 2024 लोक सभा 2025 विधानसभा चुनाव में इसका इस्तेमाल और धार दार ढंग से किया जाएगा. पार्टी की बैठकों में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक पार्टी नेताओं को सोशल मीडिया का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं.
"सोशल मीडिया पर बीजेपी वाले सिर्फ झूठ फरेब की बात का प्रचार करते रहते हैं. बीजेपी को सोशल मीडिया के माध्यम से हम लोग मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. इसलिए जेडीयू सोशल मीडिया पर सक्रिय हो रही है" - विनय चौधरी, विधायक जेडीयू