पटना: राजद (RJD) के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष का कक्ष आज भी बंद ही रहा. जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) 7 तारीख के बाद दफ्तर नहीं आए हैं. वह पटना में भी मौजूद नहीं हैं. उनकी नाराजगी राजद को भारी पड़ रही है. कयास इस बात को लेकर लग रहे हैं कि अनुशासनहीनता के आरोप में क्या तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पर कार्रवाई होगी या लालू यादव जगदानंद सिंह को मनाने में सफल हो जाएंगे.
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8 अगस्त को पार्टी के दफ्तर में छात्र राजद के कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह की ओर इशारा करते हुए उन्हें हिटलर का कहा था. इसके पहले भी तेज प्रताप यादव कई मौकों पर जगदानंद सिंह पर खुले मंच से प्रहार कर चुके हैं. लेकिन इस बार प्रदेश अध्यक्ष को तेज प्रताप यादव की बात चुभ गई. उनकी नाराजगी इस कदर है कि वह 8 अगस्त से दफ्तर नहीं आए हैं.
15 अगस्त को झंडोत्तोलन के मौके पर भी जगदानंद सिंह पार्टी के कार्यालय नहीं पहुंचे थे. दफ्तर में हर एक व्यक्ति जगदानंद सिंह के चैंबर की तरफ देखता है और पूछने पर सिर्फ इतना ही कहता है कि प्रदेश अध्यक्ष बीमार हैं. इसी वजह से वे दफ्तर नहीं आ रहे हैं. पार्टी के नेता भी यही बात दोहरा रहे हैं. आखिर उनके पास कहने के लिए और कुछ है भी तो नहीं.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव (RJD Spokesperson Shakti Singh Yadav) ने कहा कि स्वस्थ होने पर जगदानंद सिंह हर रोज दफ्तर आते हैं. फिलहाल वे बीमार हैं, इसीलिए नहीं आ रहे हैं. जगदानंद सिंह की नाराजगी के सवाल पर राजद नेता ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. तेज प्रताप यादव ने ऐसी कोई बात नहीं कही जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती हो.
इधर, भारतीय जनता पार्टी ने राजद को एक बार फिर पारिवारिक पार्टी कहते हुए कटाक्ष किया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (BJP Spokesperson Prem Ranjan Patel) ने कहा कि ना जाने क्यों जगदानंद सिंह इतनी बेइज्जती झेलने के बाद भी वहां बने हुए हैं. राजद में अनुशासन की बात जरूर होती है लेकिन परिवार के सदस्यों को छोड़कर. उन्होंने कहा कि दोनों भाइयों पर पार्टी का कोई अनुशासन लागू नहीं होता है. यही वजह है कि वह जब जी चाहे वरिष्ठ नेताओं को आइना दिखा देते हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने जगदानंद सिंह से बात करने की कोशिश की. फोन करने पर उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि मैं पटना से बाहर हूं और फोन काट दिया.
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सूत्रों के मुताबिक जगदानंद सिंह को मनाने के लिए लगातार लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की ओर से कोशिश की जा रही है. लेकिन इस बार वे तेज प्रताप यादव पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक अगर जगदानंद सिंह नहीं माने तो तेजस्वी यादव उन्हें मनाने के लिए खुद कैमूर जाएंगे. पहले भी कई मौकों पर तेज प्रताप यादव का प्रहार झेल चुके जगदानंद सिंह इस बार झुकने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में ये देखना होगा कि अपने वरिष्ठ नेता की नाराजगी लालू और तेजस्वी किस तरह दूर कर पाते हैं.