पटना: बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. वही गंगा के जलस्तर में भी काफी तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. मानसून के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. वहीं नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों में छोड़े जा रहे पानी से भी राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. राजधानी के गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
गंगा खतरे के निशान के ऊपर
बता दें कि लगातार गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है. वहीं पटना के एनआईटी घाट पर सरकार द्वारा बनाए गए गंगा पथ वे पर भी पानी चढ़ गया है. जहां लोग पहले टहला करते थे, अब उस पथ पर गंगा नदी का पानी उफान मार रहा है. बात करें पटना के एनआईटी घाट का जहां केंद्रीय जल आयोग ने मीटर लगाया है, वहां साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर चुका है और लगभग घाट की सीढ़ियां डूब चुकी है.
गंगा का जलस्तर 48.73 मीटर दर्ज
पटना में पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है. एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में सुबह गंगा का जलस्तर 48.73 मीटर दर्ज किया गया है. जिससे साफ दिख रहा है कि घाट की सीढ़ियां पानी में पूरी तरह डूबी नजर आ रही है. पटना के कृष्णा घाट पर सरकार के बनाए गए गंगा पथ वे पर भी पानी आ चुका है.