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गंगा दशहरा पर श्रदालु लगाएंगे आस्था की डुबकी, पतित पावनी गंगा में स्नान करने से भक्तों के सभी पाप होंगे दूर

हर साल गंगा दशहरा धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल 9 जून को गंगा दशहरा मनाया (Ganga Dussehra on 9th June) जाएगा. सनातन धर्म में गंगा दशहरा (Ganga Dussehra Celebrated) का पर्व बहुत विशेष माना जाता है. इस दिन विधि अनुसार मां गंगा की पूजा की जाती है. मान्यताओं के अनुसार, गंगा दशहरा पर पवित्र गंगा नदी में स्नान करने से भक्तों के सभी पाप मिट जाते हैं, तथा उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पढ़ें पूरी खबर...

गंगा दशहरा पर श्रदालु लगाएंगे आस्था का डुबकी
गंगा दशहरा पर श्रदालु लगाएंगे आस्था का डुबकी
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Published : Jun 8, 2022, 9:53 PM IST

Updated : Jun 8, 2022, 10:23 PM IST

पटना: हर साल ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को (Ganga Dussehra History) गंगा दशहरा मनाया जाता है. इस दिन लोग गंगा में डुबकी लागकर अपने सारे पापा धो डालते हैं. कल यानी 9 जून को गंगा दशहरा धूमधाम से मनाया जाएगा. हजारों श्रदालु इस दिन गंगा नदी में आस्था डुबकी लगाएगें. आइए जानते है ज्योतिषविद से गंगा दशहरा का क्या महत्व है और शुभ मुहूर्त कब है. ज्योतिषविद मनोज कुमार ने बताया कि गंगा दशहरा ज्‍येष्‍ठ मास के शुक्‍ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 9 जून बृहस्पतिवार को है.

ये भी पढ़ें- बेगूसराय: गंगा दशहरा पर लोगों की उमड़ी भीड़, कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा

9 जून को गंगा दशहरा: मान्‍यता है कि इस दिन भागीरथ ऋषि अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे. इसलिए ही मां गंगा को मोक्षदायिनी, पतित पावनी गंगा के रूप में माना गया है. गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्‍नान करने मोक्ष की प्राप्ति होती है. शुभ मुहर्त सुबह 8 बजकर 21 मिनट से होगा. गंगा दशहरे का समापन 10 जून को सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर होगा. उसके बाद से एकादशी तिथि का आरंभ हो जाएगा. इस लिए गंगा दशहरा 9 जून को मनाया जा रहा है.

'ज्योतिष के अनुसार गंगा दशहरा पर ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं. गुरु-चंद्रमा और मंगल का दृष्टि संबंध रहेगा. इससे गज केसरी और महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा. वहीं, वृष राशि में सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा. इसके अलावा, सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा. इस शुभ घड़ी में दान स्नान का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा. गंगा दशहरा के दिन 10 अंक का बहुत महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि 10 की गिनती में सब कुछ अर्पित करना चाहिए, जैसे- 10 फूल, 10 अगरबत्ती, 10 फल आदि. इसके साथ ही दस की संख्या में दान भी देना चाहिए. गंगा दशहरा के दिन भक्त अपने सभी पापों को धोने के लिए पवित्र गंगा नदी में 10 डुबकी लगाए, जिससे सभी प्रकार के पाप क्लेश दूर होगा.' - मनोज कुमार, ज्योतिषविद्

हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व: सनातन धर्म में गंगा दशहरा का पर्व बहुत विशेष माना जाता है. हर वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा दशहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन दान करने का भी खास महत्व है. मान्यता है कि गंगा स्नान के बाद दान पुण्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. इस साल कई शुभ संयोग के साथ गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा (Ganga Dussehra Shubh Muhurat). इस वर्ष गंगा दशहरा पर रवि योग रहेगा. कहा जाता है कि इस दिन धरती पर मां गंगा का अवतरण हुआ था.

ये भी पढ़ें- पटना: गंगा दशहरा में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

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पटना: हर साल ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को (Ganga Dussehra History) गंगा दशहरा मनाया जाता है. इस दिन लोग गंगा में डुबकी लागकर अपने सारे पापा धो डालते हैं. कल यानी 9 जून को गंगा दशहरा धूमधाम से मनाया जाएगा. हजारों श्रदालु इस दिन गंगा नदी में आस्था डुबकी लगाएगें. आइए जानते है ज्योतिषविद से गंगा दशहरा का क्या महत्व है और शुभ मुहूर्त कब है. ज्योतिषविद मनोज कुमार ने बताया कि गंगा दशहरा ज्‍येष्‍ठ मास के शुक्‍ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 9 जून बृहस्पतिवार को है.

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9 जून को गंगा दशहरा: मान्‍यता है कि इस दिन भागीरथ ऋषि अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे. इसलिए ही मां गंगा को मोक्षदायिनी, पतित पावनी गंगा के रूप में माना गया है. गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्‍नान करने मोक्ष की प्राप्ति होती है. शुभ मुहर्त सुबह 8 बजकर 21 मिनट से होगा. गंगा दशहरे का समापन 10 जून को सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर होगा. उसके बाद से एकादशी तिथि का आरंभ हो जाएगा. इस लिए गंगा दशहरा 9 जून को मनाया जा रहा है.

'ज्योतिष के अनुसार गंगा दशहरा पर ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं. गुरु-चंद्रमा और मंगल का दृष्टि संबंध रहेगा. इससे गज केसरी और महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा. वहीं, वृष राशि में सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा. इसके अलावा, सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा. इस शुभ घड़ी में दान स्नान का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा. गंगा दशहरा के दिन 10 अंक का बहुत महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि 10 की गिनती में सब कुछ अर्पित करना चाहिए, जैसे- 10 फूल, 10 अगरबत्ती, 10 फल आदि. इसके साथ ही दस की संख्या में दान भी देना चाहिए. गंगा दशहरा के दिन भक्त अपने सभी पापों को धोने के लिए पवित्र गंगा नदी में 10 डुबकी लगाए, जिससे सभी प्रकार के पाप क्लेश दूर होगा.' - मनोज कुमार, ज्योतिषविद्

हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व: सनातन धर्म में गंगा दशहरा का पर्व बहुत विशेष माना जाता है. हर वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा दशहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन दान करने का भी खास महत्व है. मान्यता है कि गंगा स्नान के बाद दान पुण्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. इस साल कई शुभ संयोग के साथ गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा (Ganga Dussehra Shubh Muhurat). इस वर्ष गंगा दशहरा पर रवि योग रहेगा. कहा जाता है कि इस दिन धरती पर मां गंगा का अवतरण हुआ था.

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Last Updated : Jun 8, 2022, 10:23 PM IST
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