पटना: भाजपा से निष्कासित गजेंद्र झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने साफ-साफ कहा कि जीतन राम मांझी को लेकर जो हमने बातें कही है, वह कहीं से भी विवादित बयान नहीं है. सनातन धर्म की रक्षा करने के लिए हमने इस तरह का बयान दिया है. हम अभी भी अपने बयान पर अटल हैं. क्योंकि जिस तरह की बयानबाजी जीतन राम मांझी पिछले दिनों से हिंदू धर्म और ब्राह्मणों को लेकर कर रहे हैं, निश्चित तौर पर इससे स्पष्ट है कि उनकी मंशा ठीक नहीं है. इसी कारण हमने जीभ काटनेवाला बयान दिया है.
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'कहीं से भी जीभ काटने वाला मेरा बयान गलत नहीं है. मैं अभी भी अपने बयान पर अटल हूं. हम पर केस भी किया गया है. सोशल मीडिया से हमें धमकी मिल रही है, लेकिन मैं इन सबकी परवाह नहीं करता हूं. कहीं ना कहीं हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आए हैं. सिर्फ हम नहीं, हमारे साथ वैसे हिंदू लोग भी हैं, जो जीतन राम मांझी के बयान को गलत मानते हैं.' -गजेंद्र झा, पूर्व बीजेपी नेता
जब उनसे पूछा गया कि आपने 11 लाख रुपए इनाम देने की बात कही थी, तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मैं अभी भी उस बात पर अटल हूं. कुल मिलाकर देखें तो अब गजेंद्र झा खुले मंच से मांझी को चुनौती देते नजर आ रहे हैं. उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी में अब नहीं हूं. मैं एक अभियान चलाकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से सार्वजनिक माफी मंगवाऊंगा. इसी संकल्प के साथ आगे काम कर रहा हूं और करता रहूंगा.
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह का बयान उन्होंने दिया है, निश्चित तौर पर इससे लोगों में काफी आक्रोश है. उसी का यह परिणाम है कि हमें तरह-तरह की बातें, उनके बारे में कहनी पड़ रही है. निश्चित तौर पर सार्वजनिक मंच से जीतन राम मांझी को माफी मांगनी होगी.
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