पटना/मधुबनी: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की जीभ काटने पर 11 लाख रुपए के इनाम की घोषणा करने वाले बीजेपी नेता गजेन्द्र झा (BJP Leader Gajendra Jha) पर गाज गिरी है. बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है. उनको 15 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण मधुबनी जिला कार्यालय को देना होगा.
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इधर, हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन किया है. इस कार्रवाई से ये साफ जाहिर हो गया है कि एनडीए में बड़े नेताओं को लेकर अगर गठबंधन के कोई भी नेता बयानबाजी करते है तो ये बर्दाश्त नहीं होगा, ये सन्देश बीजेपी ने दे दिया है.
"मांझी जी को लेकर और कई बीजेपी नेता भी बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि मांझी जी ने अपने बयानों को लेकर खेद प्रकट कर चुके हैं. उनको लेकर कोई भी गठबंधन के नेता अगर अनर्गल बयानबाजी करते हैं तो उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे वो अपने सीमा में रहकर ही प्रतिक्रिया दें"- दानिश रिजवान, प्रवक्ता, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा
दरअसल, ब्राह्मणों पर विवादित बयान (Controversial Statement on Brahmins) देने के बाद नाराज बीजेपी नेता गजेंद्र झा ने मधुबनी में ऐलान किया था कि हम प्रमुख जीतन राम मांझी की जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम दिया जाएगा. साथ ही जिंदगी भर उसका भरण पोषण किया जाएगा.
इसके साथ ही उन्होंने मांझी को मानसिक तौर पर बीमार भी बताते हुए कहा था कि पूर्व सीएम ने अपनी संवेदनाएं खो दी है. ब्राह्मण समाज को होशियार होने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा था होशियार हो जाइए यदि यही रवैया रहा तो इस सरजमीं पर रहना मुश्किल हो रहा तो आपकों इस सरजमी में रहना मुश्किल हो जाएगा.
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वहीं, गजेंद्र झा के बयान पर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बीजेपी को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा, 'मांझी जी के ऊपर बीजेपी के नेताओं के द्वारा लगातार अभद्र टिप्पणी की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी के गजेन्द्र झा ने कहा है कि मांझी जी की जुबान काट लेंगे वो. किसकी मां ने दूध पिलाया है जो जीतनराम मांझी जी की जुबान काट लेगा. क्या ये दलितों का अपमान नहीं है.
दानिश इतना पर ही चुप नहीं रहे बल्कि इसके आगे भी बोलते हुए कहा कि जब मांझी ने इसे लेकर खेद प्रकट कर लिया है तो इसके बाद ये किस तरह की राजनीति की जा रही है. उन्होंने सवाल पूछा कि जब दलितों को थूक चटवाया जाता है तो बीजेपी के ये नेता किस बिल में घुस जाते हैं. और आज बड़ी जुबान खुल रही है.
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