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शराबबंदी वाले बिहार में 15 दिन में 41 की गई जान, CM नीतीश बोले मन बना लिया है.. छठ बाद लेंगे फैसला

बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पिछले 15 दिनों में बिहार के अलग-अलग हिस्सों से 41 लोगों की मौत होने की खबर है. इन घटनाओं को लेकर राज्य सरकार काफी दबाव है. विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार पर हमले बोल रही है. खुद राज्य सरकार के मंत्री भी इस मुद्दे पर मुखर होने लगे हैं.

Poisonous Liquor
Poisonous Liquor
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Published : Nov 5, 2021, 8:06 PM IST

पटना: बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से मौत की घटनाएं लगातार हो रही है. गत 15 दिनों में बिहार के अलग-अलग जिलों अब तक 41 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से होने की खबर है. बताया जाता है कि इस जहरीली शराब के कारण अब भी कई अस्पतालों में भर्ती हैं. कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है. इन घटनाओं को लेकर बिहार सरकार काफी दबाव में है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) इस बाबत बड़ा दिया है.

ये भी पढ़ें: जहरीली शराब कांड: नीतीश सरकार के खिलाफ राज्य के मंत्री भी उठाने लगे आवाज, लगाए गंभीर आराेप

उन्होंने कहा है कि छठ महापर्व के बाद शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी. शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी से हम पहले से कह रहे थे, गलत लोगों के चक्कर में न पड़ें. लगातार पुलिस और प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है. लोग गिरफ्तार होते हैं. अवैध शराब बरामद की जाती है.

इससे पहले उन्होंने कहा था कि महिलाओं की मांग पर हमने बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू की लेकिन कुछ लोग ही गड़बड़ करने वाले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जब हमने शराबबंदी की थी तो कुछ लोग विरोध में बोलने लगे थे. शराबबंदी के खिलाफ कुछ ही लोग विरोध में हैं, ज्यादातर लोग इसके समर्थन में ही हैं. जहां तक पुलिस प्रशासन की बात है तो ऐसे लोगों पर लगातार कार्रवाई हो रही है. ऐसे लोग जेल जा रहे हैं, सजा भी मिल रही है. लेकिन, हर जगह गड़बड़ी करने वाले लोग हैं. लोगों को समझना होगा कि शराबबंदी उनके हित में है. इधर, हम लोगों का ध्यान कोरोना पर भी था, लेकिन जल्द ही फिर हम इसकी समीक्षा करेंगे.

उधर गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण के जिलों में पिछले दो दिनों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है. चंपारण रेंज के डीआईजी ने प्रथम दृष्टया रिपोर्ट के अनुसार नौतन थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मौत की पुष्टि की है.

ये भी पढ़ें: शराबबंदी पर नीतीश का बड़ा बयान, छठ के बाद करेंगे समीक्षा

गोपालगंज जिले के मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर गांव में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं. मृतकों का शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल में भेज दिया है. मृतकों में संतोष गुप्ता (30), छोटे लाल सोनी (50) शामिल हैं. दोनों महम्मदपुर के रहने वाले थे. जबकि धर्मेंद्र राम(20) कुशहर और रामेश्वर राम (45) मंगोलपुर गंव के रहने वाले थे.

गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार का कहना है कि पिछले दो दिनों में जिले के मोहम्मदपुर गांव में कुछ लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है. जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की जा सकती.

उधर, बीमार लोगों का इलाज पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी में किया जा रहा है. घटना की सूचना मिलने के बाद मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार समेत पुलिस बल की टीम मामले की छानबीन में जुट गई है. थानाध्यक्ष का कहना है कि शराब पीने से मौत होने की बात सामने आ रही है. जांच की जा रही है.

बता दें कि मुजफ्फरपुर में 28 अक्टूबर 2021 को सरैया थाना क्षेत्र के रूपौली में जहरीली शराब ने 6 लोगों की जान ले ली थी. बेतिया में 3 नवंबर से अब तक 13 लोगों की मौत हुई है. कई लोग अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. यहां मौतों की संख्या बढ़ने की संभावना है.

गोपालगंज में 2 नवंबर से अब तक जहरीली शराब से गोपालगंज के मोहम्मदपुर में 21 लोगों की मौत हुई है. प्रशासन ने 11 लोगों की ही पुष्टि की है. यहां भी मौतों की संख्या बढ़ सकती है. सिवान के गुठनी में 24 अक्टूबर को 5 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी. बिहार में इस साल नकली शराब से 70 लोगों की मौत. बताया जा रहा है कि इस साल जनवरी से 31 अक्टूबर तक, नकली शराब पीने से नवादा, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्परपुर, सिवान और रोहतास जिलों के करीब 70 लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी खो दी है.

गौतरलब है कि नीतीश कुमार की सरकार ने 5 अप्रेल, 2016 को बिहार में शराब बनाने, व्यापार करने, रखने, लाने-ले जाने, बेचने और पीने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

ये भी पढ़ें: जहरीली शराब कांडः तेजस्वी ने CM नीतीश से पूछा- 'रामसूरत राय पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई'

पटना: बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से मौत की घटनाएं लगातार हो रही है. गत 15 दिनों में बिहार के अलग-अलग जिलों अब तक 41 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से होने की खबर है. बताया जाता है कि इस जहरीली शराब के कारण अब भी कई अस्पतालों में भर्ती हैं. कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है. इन घटनाओं को लेकर बिहार सरकार काफी दबाव में है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) इस बाबत बड़ा दिया है.

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उन्होंने कहा है कि छठ महापर्व के बाद शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी. शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी से हम पहले से कह रहे थे, गलत लोगों के चक्कर में न पड़ें. लगातार पुलिस और प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है. लोग गिरफ्तार होते हैं. अवैध शराब बरामद की जाती है.

इससे पहले उन्होंने कहा था कि महिलाओं की मांग पर हमने बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू की लेकिन कुछ लोग ही गड़बड़ करने वाले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जब हमने शराबबंदी की थी तो कुछ लोग विरोध में बोलने लगे थे. शराबबंदी के खिलाफ कुछ ही लोग विरोध में हैं, ज्यादातर लोग इसके समर्थन में ही हैं. जहां तक पुलिस प्रशासन की बात है तो ऐसे लोगों पर लगातार कार्रवाई हो रही है. ऐसे लोग जेल जा रहे हैं, सजा भी मिल रही है. लेकिन, हर जगह गड़बड़ी करने वाले लोग हैं. लोगों को समझना होगा कि शराबबंदी उनके हित में है. इधर, हम लोगों का ध्यान कोरोना पर भी था, लेकिन जल्द ही फिर हम इसकी समीक्षा करेंगे.

उधर गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण के जिलों में पिछले दो दिनों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है. चंपारण रेंज के डीआईजी ने प्रथम दृष्टया रिपोर्ट के अनुसार नौतन थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मौत की पुष्टि की है.

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गोपालगंज जिले के मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर गांव में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं. मृतकों का शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल में भेज दिया है. मृतकों में संतोष गुप्ता (30), छोटे लाल सोनी (50) शामिल हैं. दोनों महम्मदपुर के रहने वाले थे. जबकि धर्मेंद्र राम(20) कुशहर और रामेश्वर राम (45) मंगोलपुर गंव के रहने वाले थे.

गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार का कहना है कि पिछले दो दिनों में जिले के मोहम्मदपुर गांव में कुछ लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है. जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की जा सकती.

उधर, बीमार लोगों का इलाज पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी में किया जा रहा है. घटना की सूचना मिलने के बाद मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार समेत पुलिस बल की टीम मामले की छानबीन में जुट गई है. थानाध्यक्ष का कहना है कि शराब पीने से मौत होने की बात सामने आ रही है. जांच की जा रही है.

बता दें कि मुजफ्फरपुर में 28 अक्टूबर 2021 को सरैया थाना क्षेत्र के रूपौली में जहरीली शराब ने 6 लोगों की जान ले ली थी. बेतिया में 3 नवंबर से अब तक 13 लोगों की मौत हुई है. कई लोग अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. यहां मौतों की संख्या बढ़ने की संभावना है.

गोपालगंज में 2 नवंबर से अब तक जहरीली शराब से गोपालगंज के मोहम्मदपुर में 21 लोगों की मौत हुई है. प्रशासन ने 11 लोगों की ही पुष्टि की है. यहां भी मौतों की संख्या बढ़ सकती है. सिवान के गुठनी में 24 अक्टूबर को 5 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी. बिहार में इस साल नकली शराब से 70 लोगों की मौत. बताया जा रहा है कि इस साल जनवरी से 31 अक्टूबर तक, नकली शराब पीने से नवादा, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्परपुर, सिवान और रोहतास जिलों के करीब 70 लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी खो दी है.

गौतरलब है कि नीतीश कुमार की सरकार ने 5 अप्रेल, 2016 को बिहार में शराब बनाने, व्यापार करने, रखने, लाने-ले जाने, बेचने और पीने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

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