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शिक्षक अभ्यर्थियों ने लिया ट्विटर का सहारा, दबाव बढ़ा तो बोले शिक्षा मंत्री - हाई कोर्ट से हरी झंडी का इंतजार

बिहार में शिक्षक बहाली को लेकर अब सरकार पर दबाव बनाने को लेकर अब ट्विटर का सहारा शिक्षक अभ्यर्थियों ने लिया है. शिक्षक अभ्यर्थियों पूरे दिन हैश टैग 'बिहार नीड्स टीचर्स' अभियान चलाया.

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शिक्षक अभ्यर्थियों का अभियान
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Published : May 25, 2021, 2:23 AM IST

Updated : May 25, 2021, 6:28 AM IST

पटनाः बिहार में शिक्षकों की बहाली को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार पर दबाव बनाने को लेकर अब ट्विटर का सहारा लिया है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने हैश टैग 'बिहार नीड्स टीचर्स' अभियान चलाकर आज बिहार के शिक्षा विभाग को बेचैन करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी. इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी शिक्षक अभ्यर्थियों के मामले पर सरकार के रवैए पर सवाल खड़े किए हैं. शिक्षक नियोजन पर दबाव बढ़ते देख आखिरकार शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर अपनी मजबूरी जाहिर की है.

इसे भी पढ़ेंः स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, कब तक शिक्षक अभ्यर्थियों को टरकाएंगे नीतीश जी?

क्या है मामला?
ये पूरा मामला बिहार में करीब 90700 प्राथमिक शिक्षकों के बहाली से जुड़ा है. यह बहाली प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू हुई थी. छठे चरण के शिक्षक नियोजन का यह मामला लंबे समय से लटका है. इस प्रक्रिया में आवेदन करने वाले हजारों शिक्षक अभ्यर्थी बार-बार सरकार से नियोजन की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल यह मामला पटना हाईकोर्ट में ब्लाइंड फेडरेशन के एक मामले को लेकर लटका हुआ है.

पटना हाईकोर्ट ने नियोजन की प्रक्रिया पर रोक लगाई है. सरकार के द्वारा इस केस की मेंशनिंग करा कर नियोजन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का इंतजार शिक्षक अभ्यर्थी कर रहे हैं. मार्च महीने में विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह घोषणा कर दी थी कि 5 अप्रैल को केस की मेंशनिंग होगी और उसके बाद बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. लेकिन ना तो केस की मेंशनिंग हुई और ना ही बहाली प्रक्रिया शुरू हुई. अब बेचैन शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा विभाग पर गुमराह करने का आरोप लगा रहे हैं.

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'बिहार नीड्स टीचर्स' अभियान
नेता प्रतिपक्ष ने भी उठाए सवालतेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थी के पक्ष में बोलते हुए सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि नियोजन प्रक्रिया की सारी अहर्ताएं और प्रक्रियाएं पूरी करने के बावजूद पिछले दो वर्षों से नीतीश सरकार ने नियुक्ति पत्र प्रतिभावान शिक्षकों को नहीं दिया है. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आख़िर बिहार के नौजवानों को बेरोज़गार और बंधुवा मज़दूर ही क्यों बनाना चाहते हैं?
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नेता प्रतिपक्ष ने भी उठाए सवाल

"शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को येन केन प्रकारेण टालना बेरोजगारों के प्रति नीतीश जी की द्वेषपूर्ण मानसिकता को उजागर करता है. हमने अपने प्रण-पत्र में संविदा प्रथा ख़त्म कर समान काम-समान वेतन देने का संकल्प लिया था और साथ ही सभी रिक्त पदों को पहली कलम से भरने का संकल्प लिया था". तेजस्वी यादव, नेता विपक्ष बिहार

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया ट्वीट
शिक्षक नियोजन पर विवाद बढ़ता देख कर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ट्वीट किया और कहा है कि मामला हाईकोर्ट में है. जैसे ही हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलेगी दूसरे ही दिन नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

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शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी का ट्वीट

इस मामले में शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार से एक बार फिर अपनी मांग दोहराई है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार इसी हफ्ते केस की मेंशनिंग करा कर नियोजन की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करे ताकि हम लोग स्कूलों में योगदान दे सकें.

पटनाः बिहार में शिक्षकों की बहाली को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार पर दबाव बनाने को लेकर अब ट्विटर का सहारा लिया है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने हैश टैग 'बिहार नीड्स टीचर्स' अभियान चलाकर आज बिहार के शिक्षा विभाग को बेचैन करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी. इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी शिक्षक अभ्यर्थियों के मामले पर सरकार के रवैए पर सवाल खड़े किए हैं. शिक्षक नियोजन पर दबाव बढ़ते देख आखिरकार शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर अपनी मजबूरी जाहिर की है.

इसे भी पढ़ेंः स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, कब तक शिक्षक अभ्यर्थियों को टरकाएंगे नीतीश जी?

क्या है मामला?
ये पूरा मामला बिहार में करीब 90700 प्राथमिक शिक्षकों के बहाली से जुड़ा है. यह बहाली प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू हुई थी. छठे चरण के शिक्षक नियोजन का यह मामला लंबे समय से लटका है. इस प्रक्रिया में आवेदन करने वाले हजारों शिक्षक अभ्यर्थी बार-बार सरकार से नियोजन की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल यह मामला पटना हाईकोर्ट में ब्लाइंड फेडरेशन के एक मामले को लेकर लटका हुआ है.

पटना हाईकोर्ट ने नियोजन की प्रक्रिया पर रोक लगाई है. सरकार के द्वारा इस केस की मेंशनिंग करा कर नियोजन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का इंतजार शिक्षक अभ्यर्थी कर रहे हैं. मार्च महीने में विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह घोषणा कर दी थी कि 5 अप्रैल को केस की मेंशनिंग होगी और उसके बाद बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. लेकिन ना तो केस की मेंशनिंग हुई और ना ही बहाली प्रक्रिया शुरू हुई. अब बेचैन शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा विभाग पर गुमराह करने का आरोप लगा रहे हैं.

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'बिहार नीड्स टीचर्स' अभियान
नेता प्रतिपक्ष ने भी उठाए सवालतेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थी के पक्ष में बोलते हुए सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि नियोजन प्रक्रिया की सारी अहर्ताएं और प्रक्रियाएं पूरी करने के बावजूद पिछले दो वर्षों से नीतीश सरकार ने नियुक्ति पत्र प्रतिभावान शिक्षकों को नहीं दिया है. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आख़िर बिहार के नौजवानों को बेरोज़गार और बंधुवा मज़दूर ही क्यों बनाना चाहते हैं?
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नेता प्रतिपक्ष ने भी उठाए सवाल

"शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को येन केन प्रकारेण टालना बेरोजगारों के प्रति नीतीश जी की द्वेषपूर्ण मानसिकता को उजागर करता है. हमने अपने प्रण-पत्र में संविदा प्रथा ख़त्म कर समान काम-समान वेतन देने का संकल्प लिया था और साथ ही सभी रिक्त पदों को पहली कलम से भरने का संकल्प लिया था". तेजस्वी यादव, नेता विपक्ष बिहार

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया ट्वीट
शिक्षक नियोजन पर विवाद बढ़ता देख कर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ट्वीट किया और कहा है कि मामला हाईकोर्ट में है. जैसे ही हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलेगी दूसरे ही दिन नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

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शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी का ट्वीट

इस मामले में शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार से एक बार फिर अपनी मांग दोहराई है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार इसी हफ्ते केस की मेंशनिंग करा कर नियोजन की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करे ताकि हम लोग स्कूलों में योगदान दे सकें.

Last Updated : May 25, 2021, 6:28 AM IST
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