पटना: बिहार में 15 जिलों के 45 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. 1 दर्जन से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है.सरकारी राहत और बचाव के काम भी हो रहे हैं. लेकिन, बिहार के बाढ़ ग्रस्त जिलों के कई मंत्री पटना में डेरा डाले हुए हैं. मंत्रियों का कहना है कि पटना से लगातार फोन से कांटेक्ट पर हैं और हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं.
बाढ़ ग्रस्त जिलों के मंत्री पटना से हैं सक्रिय
दरभंगा में बाढ़ का असर सबसे ज्यादा है. योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी जिले के प्रभारी मंत्री है. मंत्री जी 18 जुलाई से 30 जुलाई तक लगातार वर्चुअल सम्मेलन में ही व्यस्त रहे. हालांकि उनका दावा है कि पटना से फोन के जरिए लगातार कांटेक्ट में हैं और सरकारी स्तर पर बाढ़ पीड़ितों को जरूरी मदद पहुंचा रहे हैं.
गंडक में आया रिकॉर्डतोड़ पानी
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा लगातार बाढ़ को लेकर बैठक करते रहे हैं. दावा भी रहा है कि इस बार तैयारी पहले से बेहतर की गई है. लेकिन इस बार शुरुआत में ही बाढ़ के हालात बिगड़ने लगे. गंडक नदी में कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ पानी आया और इस वजह से कई जगहों से तटबंध टूट गया.
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फ्लड फाइटिंग का काम लगातार जारी
संजय झा का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक की है और जो दिशा निर्देश दिया है उस पर विभाग लगातार काम कर रहा है. कोरोना जैसी महामारी के समय भी अभियंता अधिकारी और कर्मचारी लगातार फ्लड फाइटिंग का काम कर रहे हैं. झा ने एरियल सर्वे कर स्थिति का भी जायजा लिया है.
कोरोना वायरस के कारण पटना में है प्रभारी मंत्री
बीजेपी के राणा रणधीर सिंह शिवहर जिला के प्रभारी मंत्री है. कोरोना वायरस के कारण लगातार पटना में ही है. यहीं से वे स्थितियों पर नजर रखे हुए हैं. राणा रणधीर सिंह का कहना है कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर तरह से मदद पहुंचा रही है.
पटना में डटे हैं कई मंत्री
इसी तरह पश्चिमी चंपारण में भी बाढ़ का काफी असर है. खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन साहनी जिले के प्रभारी मंत्री हैं. 18 जुलाई से 30 जुलाई तक वे लगातार पटना में ही रहे. मंत्री का गृह जिला दरभंगा है. मधुबनी की बात करें तो यहां के प्रभारी मंत्री बीजेपी के प्रेम कुमार हैं. लेकिन लगातार गया और पटना में बने हुए हैं. किशनगंज के प्रभारी मंत्री हैं लक्ष्मेश्वर राय. ये भी लगातार पटना में ही हैं. वहीं मुजफ्फरपुर के प्रभारी मंत्री श्याम रजक भी पटना में बने हैं. मंत्री विनोद नारायण झा भी उत्तर बिहार से ही आते हैं लेकिन लगातार पटना में ही बने हुए हैं.
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बाढ़ ग्रस्त इलाकों को मदद पहुंचाने के लिए एसओपी
हालांकि कुछ मंत्री जरूर बाढ़ प्रभावित इलाके में है. बीजेपी मंत्री प्रमोद कुमार लगातार पूर्वी चंपारण के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में घूमते नजर आ रहे हैं. वे बाढ़ पीड़ितों के बीच बने हुए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों को मदद पहुंचाने के लिए एसओपी बना रखी है और उसी के तहत मदद पहुंचाई भी जा रही है.
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विपक्ष साध रहा निशाना
इसके अलावा जल संसाधन विभाग और आपदा विभाग को पूरी तरह अलर्ट कर रखा गया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी लगाया गया है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों के परिवारों को खाते में सीधे 6 हजार की राशि भी भेजी जा रही है. लेकिन इसके बावजूद लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. चुनावी साल होने के कारण विपक्ष की ओर से हमला भी तेज है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पहले दरभंगा और बाद में चंपारण के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है. उन्होंने मंत्रियों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर रहने पर निशाना भी साधा हैं