पटना: कोरोना वायरस के कारण एहतियातन बिहार विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही को खत्म कर दिया गया. राज्य के संसदीय इतिहास में शायद यह पहला मौका है जब किसी बीमारी की वजह से सत्र की कार्यवाही समय से पहले खत्म हुई हो. सरकार के इस कदम पर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जेडीयू ने सीएम के इस फैसले को सराहा
कोरोना वायरस की एंट्री बिहार में अब तक तो नहीं हुई है. लेकिन सरकार एहतियात बरत रही है. कार्य मंत्रणा समिति के बैठक के बाद बजट सत्र को समय से पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. पार्टी विधायक वशिष्ठ सिंह ने कहा कि आम लोगों की सुरक्षा सबसे पहले आती है, उसके बाद विकास. सीएम नीतीश कुमार आपदा की स्थिति से निपटने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. पहले भी उन्होंने अपनी परिपक्वता का परिचय दिया है. इस बार भी वह कोरोना वायरस से लड़ने में कामयाब होंगे.
बीजेपी ने किया फैसले का समर्थन
सहयोगी बीजेपी ने भी सरकार के फैसले के पक्ष में आवाज बुलंद की. पार्टी उपाध्यक्ष और विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि बजट सत्र तय समय से पहले खत्म करना एक सरहनीय कदम है. इसका फायदा होगा कि सरकार और प्रशासन पूरी तरह से कोरोना वायरस से निपटने में अपना ध्यान केंद्रित कर पाएंगे
बजट सत्र खत्म करने को लेकर राजद ने उठाए सवाल
हालांकि आरजेडी ने इस फैसले पर सवाल खड़े किए. आरजेडी विधायक और पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि सरकार के इस फैसले से आम लोगों में गलत संदेश जाएगा. लोग यह सोचेंगे कि जब सरकार के विधायक और मंत्री ही महफूज नहीं है तो वह आम लोगों की सुरक्षा कैसे करेगी.