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पटना में पटाखों पर बैन फिर भी खुलेआम बिक रहे पटाखे, नियमों की उड़ी धज्जियां

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Published : Nov 2, 2021, 5:54 PM IST

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चार जिलों में दिवाली पर पटाखों की बिक्री पर रोक लगा रखी है. पाबंदी के बावजूद पटना के मोहल्लों में पटाखों की बिक्री जारी है. पढ़ें रिपोर्ट..

पटना
पटना

पटना: बिहार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (Bihar State Pollution Control Board) ने इस बार दीपावली में बिहार के पटना समेत चार शहरों के लिए पटाखों की आतिशबाजी पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. वातावरण में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होने की वजह से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने ये निर्णय लिया है. जिसमें पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर शामिल है.

ये भी पढ़ें- पटना समेत चार जिलों में नहीं बिकेंगे पटाखे, आतिशबाजी की तो होगी कार्रवाई

जिला प्रशासन पटना का कहना है कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के निर्देशानुसार इस बार पटाखों की बिक्री पर भी रोक है और कहीं भी पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन, तस्वीरें कुछ अलग ही बात बयां कर रही है. पटना की बेली रोड में पूरे राजा बाजार के इलाके हो या राजीव नगर का इलाका या शहर का प्रमुख बोरिंग रोड चौराहा सभी जगह खुलेआम पटाखे की दुकानें सजी हुई हैं और धड़ल्ले से पटाखे की बिक्री हो रही है. आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस की नाक के नीचे लोदीपुर में पुलिस लाइन के गेट के सामने भी पटाखे की दुकान सजी हुई है. पुलिसकर्मी आ जा रहे हैं और लोग पटाखे खरीद भी रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

''सभी माल पुराना है और पिछले साल का ही स्टॉक इस बार भी लगाए हुए हैं. पिछले साल जो पटाखे खरीदे थे वह बिक नहीं पाए, क्योंकि कोरोना की वजह से पिछले साल मार्केट बहुत खराब था. ऐसे में इस बार प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद अपनी रिस्क पर दुकान लगाए हुए हैं. ताकि, जो भी उनकी पूंजी फंसी हुई है, वह निकल सकें. पटाखा दुकानदार होने के नाते सरकार की ट्रेजरी में 2000 रुपए जमा कराना होता है, उसे हमने जमा करा दिया है, लेकिन हमें इसकी कोई रसीद नहीं मिली है.''- रवि रोशन, पटाखा दुकानदार

ये भी पढ़ें- राजधानी पटना समेत बिहार के इन 4 शहरों में पटाखे की बिक्री पर रोक

बोरिंग रोड चौराहे पर पटाखे की दुकान सजाए हुए दुकानदार रवि रोशन ने बताया कि पटाखे पर इस बार प्रशासन ने बैन लगा कर रखा है, जबकि आज उपचुनाव के नतीजे को लेकर राजनीतिक दल के कार्यकर्ता जमकर पटाखे उड़ा रहे हैं. राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए कोई रोक नहीं है, वहीं आम लोगों के लिए रोक है. रवि ने बताया कि वह पब्लिक की डिमांड पर पटाखे की दुकान लगाए हुए हैं और पब्लिक दुकान पर पटाखे खरीदने के लिए पहुंच भी रही है.

''पब्लिक की डिमांड पर हमने पटाखे की दुकान लगाई है. ये पिछले साल का ही माल है जो हम इस बार बेच रहे हैं. हमारे पास 60 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक के पटाखे मौजूद हैं. पटाखे खरीदने के लिए सभी पटाखा व्यापारी 8 महीने पहले पार्टी को पेमेंट कर देते हैं और पटाखे पर बैन का प्रशासन द्वारा निर्णय आखिरी समय में लिया गया. ऐसे में तब तक हम माल उतार चुके थे. दुकान में लगभग 6 लाख का पटाखा का स्टॉक है.''- सौरभ कुमार, पटाखा दुकानदार

बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को यह दिशा निर्देश जारी किया है. पिछले साल हवा में पीएम 10, पीएम 2.5, so2 और no2 के अलावा कई अन्य हानिकारक धातुओं की मात्रा दीपावली के बाद बढ़ गई. इसे देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बिहार के चार प्रमुख शहरों में पटाखों की बिक्री इस बार दीपावली में प्रतिबंधित कर दिया है. पटाखा की अवैध बिक्री करने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.

पटना: बिहार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (Bihar State Pollution Control Board) ने इस बार दीपावली में बिहार के पटना समेत चार शहरों के लिए पटाखों की आतिशबाजी पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. वातावरण में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होने की वजह से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने ये निर्णय लिया है. जिसमें पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर शामिल है.

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जिला प्रशासन पटना का कहना है कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के निर्देशानुसार इस बार पटाखों की बिक्री पर भी रोक है और कहीं भी पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन, तस्वीरें कुछ अलग ही बात बयां कर रही है. पटना की बेली रोड में पूरे राजा बाजार के इलाके हो या राजीव नगर का इलाका या शहर का प्रमुख बोरिंग रोड चौराहा सभी जगह खुलेआम पटाखे की दुकानें सजी हुई हैं और धड़ल्ले से पटाखे की बिक्री हो रही है. आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस की नाक के नीचे लोदीपुर में पुलिस लाइन के गेट के सामने भी पटाखे की दुकान सजी हुई है. पुलिसकर्मी आ जा रहे हैं और लोग पटाखे खरीद भी रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

''सभी माल पुराना है और पिछले साल का ही स्टॉक इस बार भी लगाए हुए हैं. पिछले साल जो पटाखे खरीदे थे वह बिक नहीं पाए, क्योंकि कोरोना की वजह से पिछले साल मार्केट बहुत खराब था. ऐसे में इस बार प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद अपनी रिस्क पर दुकान लगाए हुए हैं. ताकि, जो भी उनकी पूंजी फंसी हुई है, वह निकल सकें. पटाखा दुकानदार होने के नाते सरकार की ट्रेजरी में 2000 रुपए जमा कराना होता है, उसे हमने जमा करा दिया है, लेकिन हमें इसकी कोई रसीद नहीं मिली है.''- रवि रोशन, पटाखा दुकानदार

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बोरिंग रोड चौराहे पर पटाखे की दुकान सजाए हुए दुकानदार रवि रोशन ने बताया कि पटाखे पर इस बार प्रशासन ने बैन लगा कर रखा है, जबकि आज उपचुनाव के नतीजे को लेकर राजनीतिक दल के कार्यकर्ता जमकर पटाखे उड़ा रहे हैं. राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए कोई रोक नहीं है, वहीं आम लोगों के लिए रोक है. रवि ने बताया कि वह पब्लिक की डिमांड पर पटाखे की दुकान लगाए हुए हैं और पब्लिक दुकान पर पटाखे खरीदने के लिए पहुंच भी रही है.

''पब्लिक की डिमांड पर हमने पटाखे की दुकान लगाई है. ये पिछले साल का ही माल है जो हम इस बार बेच रहे हैं. हमारे पास 60 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक के पटाखे मौजूद हैं. पटाखे खरीदने के लिए सभी पटाखा व्यापारी 8 महीने पहले पार्टी को पेमेंट कर देते हैं और पटाखे पर बैन का प्रशासन द्वारा निर्णय आखिरी समय में लिया गया. ऐसे में तब तक हम माल उतार चुके थे. दुकान में लगभग 6 लाख का पटाखा का स्टॉक है.''- सौरभ कुमार, पटाखा दुकानदार

बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को यह दिशा निर्देश जारी किया है. पिछले साल हवा में पीएम 10, पीएम 2.5, so2 और no2 के अलावा कई अन्य हानिकारक धातुओं की मात्रा दीपावली के बाद बढ़ गई. इसे देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बिहार के चार प्रमुख शहरों में पटाखों की बिक्री इस बार दीपावली में प्रतिबंधित कर दिया है. पटाखा की अवैध बिक्री करने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.

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