पटना: विदेश और अन्य राज्यों से बिहार आए लोगों के कारण सरकार की परेशानी बढ़ती हुई दिख रही है. पिछले दिनों कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, वे सभी लोग विदेशों से बिहार आए थे. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव दीपक कुमार ने गुरुवार को जिला और नगर निकायों के तमाम प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्य सचिव ने सभी मेयर, जिला परिषद, नगर परिषद और वार्ड सदस्यों को सभी वैसे लोगों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया है जो बाहर से आ रहे हैं.
विदेशों से आए लोगों ने बढ़ाई सरकार की चिंता
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद विदेश से तकरीबन 3 हजार 383 लोग बिहार आये हैं. पूर्वी चंपारण में 653, दरभंगा में 548, छपरा में 478, मुजफ्फरपुर में 255 और सिवान में 257 लोग आए हैं. इसके अलावा मिली जानकारी के अनुसार अब तक 1 लाख से भी अधिक लोग अन्य राज्यों से बिहार आए हैं. अब बिहार सरकार के लिए यह तमाम लोग गंभीर चिंता का कारण बन गए है. मुख्य सचिव ने इन तमाम लोगों की निगरानी के लिए मेयर, उप मेयर, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और वार्ड कमिश्नर को जिम्मेदारी देने की बात कही है. उन्हें कहा गया है कि जो भी उनके इलाके में विदेश या अन्य राज्यों से आए हैं उन पर निगरानी रखें. जरूरत पढ़ने पर इन्हें आइसोलेशन में रखे और इनकी जांच भी करवाएं. इसके अलावा सभी प्रतिनिधियों से कहा गया है कि लॉक डाउन के बारे में तमाम लोगों को विस्तार से जानकारी दे.
खाद्य आपूर्ति विभाग ने हर जिले में गठित किया टास्क फोर्स
साथ ही मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों के नेतृत्व में हर जिले में टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है. ये टास्क फोर्स आम जनता की शिकायतों के साथ-साथ व्यापारियों की परेशानियां भी सुनेगी. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न को लाने ले जाने के लिए अब ऑनलाइन पास की व्यवस्था की जाएगी. ऑनलाइन पास के लिए अब एसडीओ के दफ्तर ना जाकर लोग ऑनलाइन आवेदन देकर ये पास बनवा सकेंगे. इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव दीपक कुमार के अलावा गृह सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर, योजना एवं विकास विभाग के सचिव मनीष वर्मा, आईपीएस ऑफिसर कुंदन कृष्णन एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अमृत प्रत्यय अमृत भी मौजूद रहे.