बेतिया: बिहार के पश्चिम चंपाारण जिले के वाल्मीकिनगर के कौलेश्वर मंदिर के समीप आठ महीने की एक मादा बाघिन का शव बरामद ( Cub Body Recovered From VTR ) किया गया है. प्रथम दृष्टया मौत का कारण आपसी संघर्ष बताया जा रहा है. वन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व ( Valmiki Tiger Reserve ) के कालेश्वर मंदिर के पास से सोनहा नदी के किनारे एक शावक का शव बरामद किया गया हैं. इस मादा बाघिन की उम्र करीब 8 से 9 महीना बताई जा रही है. मौत के कारणों का सही पता लगाया जा रहा है.
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वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक सह निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि मृत शावक के सभी अंग सुरक्षित हैं, शव पर कहीं भी जख्म के निशान नहीं हैं. निदेशक ने कहा कि शावक के बिसरा को सुरक्षित रख लिया गया है, जिसे देहरादून, बरेली और पटना वेटनरी कॉलेज जांच के लिए भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिस नदी के पास से शव बरामद किया गया है वह भारत और नेपाल की सीमाओं को बांटती है.
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'3 और 4 जनवरी को इस क्षेत्र के पास एक बाघिन को देखा गया था. इसका मिलान करने पर पता चला कि वह नेपाल की रहने वाली थी. वहीं, एक बाघ को भी देखा गया था. वह भारत का रहने वाला है. उसे पहले भी चिन्हित किया गया है.' - हेमकांत राय, वन संरक्षक सह निदेशक, वीटीआर
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उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि बाघ-बाघिन के साथ मेटिंग ( Cub Was Becoming A Hindrance In Mating ) करना चाह रहा होगा, जिसमें संभवत: शावक बाधा बन रही होगी. इसी कारण अपनी प्रवृत्ति के कारण बाघ ने शावक को मार डाला होगा. बाघिन का पग मार्ग नेपाल की तरफ जाते हुए देखा गया है. बता दें कि 12 दिसंबर 2021 को एक बाघिन की मौत हुई थी. चकरसन मानपुर के खेत में बाघिन का शव मिला था.
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