पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का आज जनता दरबार का कार्यक्रम चल रहा है. जहां सीएम कई विभागों से जुड़ी लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. जनता दरबार के बाहर आज भी काफी संख्या में लोग अपनी अपनी शिकायत को लेकर (large number of people reached in janta darbar) पहुंचे हैं. नवादा के रामेश्वर मांझी चतुर्थवर्गीय पद पर बहाली प्रक्रिया 10 साल में पूरा नहीं होने पर शिकायत लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाने जनता दरबार के बाहर पहुंचे. फरीयादी का कहना है कि बहाली प्रक्रिया या तो पूरी कर दी जाए या फिर कह दिया जाए की बहाली नहीं होगी तो हम लोग दौड़ना छोड़ देंगे.
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महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहला जनता दरबार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार जनता दरबार में लोगों की शिकायत सुन रहे हैं. वही जनता दरबार के बाहर आज भी काफी संख्या में लोग अपनी अपनी शिकायत को लेकर पहुंचे हैं. उनमें से एक नवादा के रामेश्वर मांझी भी हैं जो चतुर्थवर्गीय पद पर बहाली को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाने जनता दरबार के बाहर पहुंचे.
2013 से अब तक लटका है बहाली: रामेश्वर मांझी का कहना था कि 2012 में चतुर्थवर्गीय 300 से अधिक पदों पर बहाली प्रक्रिया शुरू हुई थी 2013 में मेधा सूची भी जारी कर दी गई. जिसमें मेरा भी नाम था. लेकिन 2013 के बाद अब तक बहाली लटका हुआ है. अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई.
"अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगाने पहुंचे हैं कि बहाली प्रक्रिया या तो पूरी कर दी जाए या फिर कह दिया जाए की बहाली नहीं होगी. तो हम लोग दौड़ना छोड़ देंगे. रामेश्वर मांझी के अनुसार यह कोई बताने वाला नहीं है कि बहाली की प्रक्रिया कब पूरी होगी. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आज भी उन्हीं लोगों को बुलाया गया है जिन्होंने पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है." - रामेश्वर मांझी, फरीयादी
बिना रजिस्ट्रेशन के शिकायत नहीं पहुंचा पा रहे लोग: आज भी जनता दरबार के बाहर सबसे अधिक जमीन से संबंधित समस्याओं को लेकर ही लोग पहुंचे हैं मुख्यमंत्री आज पुलिस और जमीन से संबंधित समस्याओं की शिकायत ही सुनते हैं लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण अधिकांश लोग जनता दरबार में मुख्यमंत्री के पास शिकायत नहीं पहुंचा पा रहे हैं.
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