पटना: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (Coronavirus New Variant) से बचाव के लिए आज से कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज (Covid 19 Booster Dose) लगने की शुरुआत होना है. 18+ लोगों को ही बूस्टर डोज का टीका लगेगा. हालांकि, यह बूस्टर डोज निजी टीकाकरण केंद्रों पर ही उपलब्ध होंगे और इसके लिए लोगों को पैसे खर्च करने होंगे. कोरोना वैक्सीन के पहले डोज, दूसरे डोज और प्रिकॉशनरी डोज की तरह बूस्टर डोज का टीकाकरण नि:शुल्क नहीं है. बूस्टर डोज के लिए अलग-अलग वैक्सीन के लिए अलग-अलग पैसे खर्च करने होंगे.
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बता दें कि अप्रैल के पहले सप्ताह में जिस प्रकार से पांच राज्यों केरल, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और मिजोरम में संक्रमण के नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. साथ ही विशेषज्ञों का भी कहना है कि दूसरे डोज का कोरोना टीका लगवाने के 9 महीने के बाद शरीर से एंटीबॉडी घटने लगती है, इसलिए बूस्टर डोज जरूरी है. ऐसे में इन सब तमाम स्थितियों को देखते हुए सरकार ने बूस्टर डोज की शुरुआत करने का निर्णय लिया है और आर्थिक रूप से सक्षम लोग यह टीका लगवा पाएंगे.
पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर एसपी विधायक ने बताया कि 18+ वाले लोगों के बूस्टर डोज सिर्फ प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर ही उपलब्ध होगा. इसके लिए प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर अपने स्तर से वैक्सीन के डोज की व्यवस्था करेंगे. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिलों का इसमें कोई कंट्रोल नहीं है और ना ही जिलों की तरफ से वैक्सीन की सप्लाई प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर को करानी है.
''बूस्टर डोज को लेकर लोगों के मन में किसी प्रकार का भ्रम नहीं होना चाहिए कि उन्हें कौन से वैक्सीन का बूस्टर डोज पड़ेगा. जिस वैक्सीन का लोगों ने पहला और दूसरा डोज लिया है, उसी का उन्हें बूस्टर डोज भी पड़ेगा. सरकार की तरफ से बूस्टर डोज को प्रिकॉशनरी डोज के तौर पर दिया जा रहा है. प्रिकॉशनरी डोज 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के कोमोरबिड लोगों और हेल्थ केयर वर्कर के साथ-साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स को निशुल्क तौर पर दिया जा रहा है.''- डॉक्टर एसपी विधायक, प्रतिरक्षण पदाधिकारी, पटना जिला
वैक्सीन की कीमत में कटौती: बिहार में भी प्राइवेट केंद्रों पर ही कोरोना टीका के बूस्टर डोज की शुरुआत हो रही है. देश के दो बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कीमतों में 50 फीसदी से ज्यादा की कटौती कर दी है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि निजी अस्पतालों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये प्रति डोज करने का फैसला किया है. वहीं, कोवैक्सीन की निर्माता भारत बायोटेक (Covaccine Manufacturer Bharat Biotech) की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला ने कहा कि निजी अस्पतालों के लिए कोवैक्सीन की कीमत 1200 रुपये से घटाकर 225 रुपये करने का निर्णय लिया गया है.
150 रुपये ले सकते हैं सर्विस चार्ज: केंद्र ने शनिवार को राज्यों से कहा कि प्रशासन एहतियाती खुराक कोविड-19 रोधी उसी टीके की देगा, जो उसने पहले दो खुराकों में इस्तेमाल किया था. इसके लिए निजी टीकाकरण केंद्र अधिकतम 150 रुपये का सेवा शुल्क (सर्विस चार्ज) ले सकते हैं. केंद्र ने शनिवार को घोषणा की कि कोविड-19 रोधी टीकों की एहतियाती खुराक 10 अप्रैल से निजी टीकाकरण केंद्रों पर 18 साल से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति के लिए उपलब्ध होगी. दूसरी खुराक लिए नौ महीने की अवधि पूरी करने वाले 18 साल से अधिक आयु के सभी लोग एहतियाती खुराक ले सकते हैं. वैक्सीन की कीमत व सर्विस चार्ज को जोड़ दें तो 225 रुपये की वैक्सीन और 150 रुपये सर्विस चार्ज यानी निजी अस्पतालों में एक डोज के लिए 375 रुपये देने पड़ सकते हैं.
बिहार में करीब 5.23 करोड़ लाभार्थी: बिहार में 18+ वाले बूस्टर डोज की श्रेणी के संभावित लाभार्थियों की करीब 5.23 करोड़ है. ऐसे में जिस प्रकार से बूस्टर डोज के लिए सरकार ने रेट तय किए हैं, उसे देखते हुए विशेषज्ञ यह उम्मीद कर रहे हैं कि बूस्टर डोज के लिए संख्या काफी कम होगी, क्योंकि बिहार जैसे गरीब राज्य में पैसे खर्च करके बूस्टर डोज लेना व्यवहारिक नहीं है. वहीं, अगर सरकार के स्तर पर तैयारियों की बात करें तो प्रदेश में वर्तमान समय में 4 प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर हैं. बूस्टर डोज को लेकर स्वास्थ्य विभाग में बैठकों का दौर जारी है.
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