पटना: राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जनता दरबार (Janata Darbar) कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शराबबंदी (Liquor Ban) को लेकर सरकार सख्त है. महिलाओं की मांग पर ही हम लोगों ने 2016 से पूर्ण शराब बंदी लागू की थी.
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''जहरीली शराब से लगातार हो रही मौतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को भी समझना होगा कि शराब से उन्हें नुकसान ही होने वाला है. गड़बड़ करने वाले लोग गलत चीज भी पिला देंगे, तो उससे मौत हो जाएगी.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब हमने शराबबंदी की थी तो कुछ लोग विरोध में बोलने लगे थे. शराबबंदी के खिलाफ कुछ ही लोग विरोध में हैं, ज्यादातर लोग इसके समर्थन में ही हैं. जहां तक पुलिस प्रशासन की बात है तो ऐसे लोगों पर लगातार कार्रवाई हो रही है. ऐसे लोग जेल जा रहे हैं, सजा भी मिल रही है. लेकिन, हर जगह गड़बड़ी करने वाले लोग हैं. लोगों को समझना होगा कि शराबबंदी उनके हित में है. इधर, हम लोगों का ध्यान कोरोना पर भी था, लेकिन जल्द ही फिर हम इसकी समीक्षा करेंगे.
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बता दें कि बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था. महिलाओं के अनुरोध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी करने का फैसला लिया था. शराबबंदी से हर साल 5000 करोड़ से अधिक राजस्व का नुकसान बिहार सरकार को हो रहा है. लेकिन, सीएम नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को जारी रखना चाहते हैं. पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने पूर्ण शराबबंदी कानून को सराहा है. विधानसभा चुनाव में भी इस बात पर मुहर लगी है. विधानसभा चुनाव में जहां 54.38 प्रतिशत पुरुषों ने वहीं 59.58% महिलाओं ने मतदान किया था.