पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Caste Census in Bihar) को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और सवाल पूछ रहा है कि आखिर ऐलान के बावजूद क्यों देरी हो रही है. इस सवाल पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने साफ कर दिया है कि बिहार में जरूर जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि हां करेंगे, कुछ दिन में इसको लेकर सभी लोगों से मिल-बैठकर बातचीत करेंगे. अभी सब लोग कुछ दिनों से व्यस्त चल रहे थे, इसलिए देरी हुई है.
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कुछ दिन में सभी से बात करेंगे: दरअसल, 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकारों ने पूछा कि आपने कहा था कि बिहार सरकार अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराएगी, फिर इतनी देरी क्यों हो रही है. इस सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हां करेंगे, कुछ दिन में बात करेंगे. आप तो जानते ही हैं ना कि हमलोगों की इस बारे में आपस में बातचीत हो चुकी है. जातिगत जनगणना पर बिहार में सहमति (Consensus in Bihar on Caste Census) भी बन चुकी है.
"हां करेंगे, कुछ दिन में बात करेंगे. आप तो जानते ही हैं ना कि हमलोगों का आपस में में तो बातचीत है ना भाई. सब लोग बिजी थे. सब कुछ बिजी थे. फिर बातचीत करेंगे. उस चीज के लिए तो हमलोग पहले से बात किए हुए थे, ठीक है"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'बिहार में तो हम कराइये देंगे': आपको बताएं कि इससे पहले फरवरी महीने में भी नीतीश कुमार ने कहा था कि जातीय जनगणना को लेकर एकमत हैं. हम चाहते हैं कि कुछ भी घोषणा करने से पहले एक बार साथ बैठकर बातचीत की जाए और फिर अच्छे से इसे पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि कोई चीज ऐलान करने से पहले हम चाहते हैं कि एक साथ बैठकर सभी लोगों के आईडिया पर विचार किया जाए. सभी लोगों की राय और सहमति लेकर हम इसे करना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि दूसरे राज्य में यह (जातीय जनगणना) कैसे हुआ, इसपर नहीं जाइए.
'देरी पर जवाब दें नीतीश कुमार': उधर, जातीय जनगणना पर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav on Caste Census) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पूछा था कि जब प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर हम लोगों की मुलाकात हुई थी तो मैंने यह कहा था कि बिहार को जातीय जनगणना करना चाहिए. सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना होनी चाहिए, यह राष्ट्रहित में है. बिहार में जातीय जनगणना का समर्थन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी किया था. फिर आखिर क्यों वह इसमें देर कर रहे हैं, यह तो वही बता सकते हैं. अगर हमारी सरकार होती तो हमने इसे तुरंत करा दिया होता. भले ही हमारी सरकार चली जाती. हम बिना किसी डर के इसे तुरंत कराते, क्योंकि इसमें बिहार के लोगों का भला है.
विधानसभा में आरजेडी का हंगामा: अभी हाल में ही इसको लेकर आरजेडी के सदस्यों ने विधानसभा में जमकर हंगामा भी किया था. असल में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का अल्प सूचित प्रश्न जातीय जनगणना से संबंधित था लेकिन अल्प सूचित प्रश्न का समय समाप्त होने के कारण विधानसभा अध्यक्ष आगे बढ़ गए. जातीय जनगणना से संबंधित तेजस्वी यादव के प्रश्न का जवाब नहीं होने पर आरजेडी के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और वेल में पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. आरजेडी विधायक आलोक मेहता ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर सर्वसम्मति प्रस्ताव भी भेजा गया है, जिसमें बीजेपी भी शामिल थे लेकिन अब सरकार जवाब देने से भी भाग रही है.
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