पटना: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव और लॉक डाउन के मद्देनजर सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक बैठक की. एक अणे मार्ग स्थित संवाद भवन में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉक डाउन की स्थिति से निपटने के लिए सीएम ने अहम फैसला किया. मुख्यमंत्री ने राशन कार्डधारी हर परिवार को सहायता राशि के तौर पर 1 हजार रुपये सीधे सबके बैंक खाते में डाल दिेए. मुख्यमंत्री ने डीबीटी के जरिए 184 करोड़ 8 लाख 54 हजार की राशि का भुगतान किया.
मुख्यमंत्री ने अकाउंट में ट्रांसफर की कोरोना राहत राशि
दरअसल 23 मार्च को ही मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में सभी राशन कार्ड धारियों को एक हजार रुपये देने का फैसला किया था, जिसपर एक सप्ताह बाद अमल भी हो गया है. मुख्यमंत्री ने आज 1840854 लाभुकों के खाते में 184 करोड़ 8 लाख 54 हजार रुपए ट्रांसफर किए. साथ ही दूसरे राज्य से आए लोगों और बाहर रह रहे जरूरतमंद लोगों को भी सरकार ने एक हजार रुपये देने का फैसला किया है. सीएम नीतीश ने निर्देश दिया कि शेष लाभुकों को कम से कम समय में राशि आवंटित करना सुनिश्चित किया जाए. राज्य सरकार ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले वैसे राशन कार्डधारी जिनकी आधार संख्या राशन कार्ड डेटाबेस में नहीं है उनके लिए भी विकल्प ढूंढा है. ऐसे ग्राहक अपने घर से ही मोबाइल फोन के जरिए आधार संख्या आपदा प्रबंधन विभाग के वेबसाइट. http://aapda. bih.nic.in/fooddbt के जरिए बता सकते हैं.
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 25
बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 25 हो गई है. गुरुवार को भी एक पॉजिटिव मरीज सामने आया है. राज्य में ऐसे 5 हजार से अधिक संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है. साथ ही दो लाख के करीब जो प्रवासी बिहारी पहुंचे हैं उन पर भी सरकार की नजर है. सरकार ने एक करोड़ 68 लाख राशन कार्ड धारियों को चावल, गेहूं के साथ दाल भी देने का फैसला किया है. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मिड डे मील की राशि भी अकाउंट में ही डाली जा रही है. गुरुवार को हुई इस बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, मुख्य सचिव दीपक कुमार सहित कई विभागों के प्रधान सचिव मौजूद रहे.