पटना: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पटना के ज्ञान भवन में राज्य सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. उनके साथ उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी शिरकत की. इस कार्यक्रम में राज्य सरकार की ओर से पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले एनसीसी, सीमा सुरक्षा बल, अन्य विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ गैर सरकारी संस्थाओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्मानित किया.
पर्यावरण के बिगड़ते हालात पर चिंता
वही उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पर्यावरण के बिगड़ते हालात को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार इस विषय पर पूरी तरह सजग है और कई तरह के कार्यक्रम चला रही है.उन्होंने कहा वायु की गुणवत्ता को नियंत्रित करने के लिए बैट्री चालित वाहनों पर 50 प्रतिशत कम टैक्स लगाए जाएंगे और साथ ही इसके लिए बैटरी रिचार्ज स्टेशन की स्थापना किए जाने की तमाम तैयारियां भी की गई हैं.
वायुमंडल में आये बदलाव पर मंथन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज के दिन का महत्व बताते हुए कहा कि जयप्रकाश नारायण की ओर से सम्पूर्ण क्रांति की शुरुआत 5 तारीख को गई थी और सम्पूर्ण क्रांति में पर्यावरण भी सम्मिलित है. मुख्यमंत्री ने वायुमंडल में आये बदलाव को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जब से बिहार की जनता ने मुझे सेवा करने का मौका दिया है, तब से यहां औसतन नौ सौ मिलीमीटर तक बारिश ही हुई है. इस कारण जल संकट की समस्या भी उत्पन्न हो रही है. उन्होंने कहा कि इससे निपटने की कोशिश की जा रही है.
आम लोगों से भागीदारी की अपील
बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के निदेशक अशोक कुमार घोष ने लोगों से अपील करते हुए कहा इस काम में सरकार की योजना के साथ ही आम लोगों की भागीदारी भी बहुत जरूरी है. फिलहाल प्रदूषण की समस्या हमारे कंट्रोल से बाहर नहीं गयी है, इसलिए सभी को इसके सुधार में अपना योगदान देना होगा.