पटना: राजधानी पटना में जनता दरबार (CM Nitish Kumar Janata Darbar) के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग (Nitish Kumar on Special Status) की है. उन्होंने कहा कि देश में प्रति व्यक्ति आय और बिहार में प्रति व्यक्ति आय में बहुत बड़ा अंतर है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने इतना काम किया, उसके बाद भी जहां देश में प्रति व्यक्ति आय 1,34,432 रुपए है. वहीं, राज्य में प्रति व्यक्ति आय 50,732 रुपए ही है.
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''नीति आयोग की रिपोर्ट में भी बिहार को सबसे पिछड़ा बता दिया गया है, ऐसे में बिहार जब पिछड़ा है तो इसको आगे लाने के लिए विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो कई तरह की सुविधाएं मिलेगी. केंद्रीय योजनाओं में केंद्र की हिस्सेदारी 90% और राज्य की हिस्सेदारी 10% हो जाएगी. राज्य के हिस्से की राशि बचेगी तो उससे राज्य में और विकास कार्य तेजी से हो सकेंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने विशेष राज्य के दर्जे पर जो बयान दिया था, उसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने भी बयान दिया है उनको जानकारी नहीं होगी. हम लोग तो राज्य के विकास के लिए ही मांग रहे हैं और जब बिहार पिछड़ा है, तो इसको आगे लाना होगा.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार क्षेत्रफल के हिसाब से 12वां स्थान है. वहीं, देश में आबादी की बात करें तो उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद बिहार का तीसरा स्थान है. हम लोगों ने जब काम शुरू किया था, तो उसमें 4.3% प्रजनन दर था, जो अब घटकर 3% हो गया है. हम लोगों ने हर क्षेत्र में काम किया है, लेकिन उसके बावजूद राज्य को विकसित बनाने के लिए विशेष मदद की जरूरत है और इसलिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग हो रही है.
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