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साहब नाराज हुए तो DGP शराब की बोतलें ढूंढने में लगे, मुख्य सचिव झाड़ियों में पहुंचे खाक छानने...

विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने के बाद सदन में हड़कंप मच गया. मुख्यमंत्री भी इसको लेकर आग बबूला हो गए और DGP, मुख्य सचिव को तलब किया. मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद डीजीपी और मुख्य सचिव खुद घटनास्थल पर पहुंचे और झाड़ियों में शराब ढूंढने लगे हैं. पढ़िए पूरी खबर..

डीजीपी शराब की बोतलें ढूंढ़ने में लगे
डीजीपी शराब की बोतलें ढूंढ़ने में लगे
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Published : Nov 30, 2021, 7:31 PM IST

Updated : Nov 30, 2021, 7:38 PM IST

पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Complete Liquor Ban in Bihar) के दावों की पोल खुल गई है. शपथ ग्रहण और विधायकों का हाथ उठाकर समर्थन के बाद ही बिहार विधानसभा परिसर (Bihar Assembly Premises) में शराब की बोतलें मिलने से पूरे सूबे में हड़कंप मचा हुआ है. डीजीपी और मुख्य सचिव को झाड़ियों का खाक छानना पड़ रहा है. शराब की बोलत खोजने के लिए आला अधिकारी बिहार विधानसभा परिसर के केंपस के झाड़ियों को घूम-घूमकर देख रहे हैं.

ये भी पढ़ें- भाव.. स्वभाव.. बोतल और सोशल: हंसते हुए सदन में तेजस्वी से बोले CM नीतीश- 'आप तो जानते ही हैं'

दरअसल, बिहार विधानमंडल परिसर में शराब की बोतल मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गुस्से के बाद डीजीपी और मुख्य सचिव हरकत में आए और घटना स्थल पर पहुंचकर झाड़ियों का खाक छान रहे हैं. गौरतलब है कि विधानसभा परिसर हाई सिक्योरिटी जोन माना जाता है और सदन की कार्यवाही चलने के दौरान तो सुरक्षा व्यवस्था और भी पुख्ता हुआ करती है. ऐसे में विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलना चिंता की बात है.

DGP शराब की बोतलें ढूंढने में लगे

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पहले तो अधिकारियों को शपथ दिलवाया और फिर विधायकों से हाथ उठाकर समर्थन मांगा. उसके बाद ही विधानसभा परिसर में आधे दर्जन से ज्यादा शराब की बोतलें मिली. सदन में जिसको लेकर खूब हंगामा हुआ. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर दी. हंगामा होता देख मुख्यमंत्री आगबबूला हुए डीजापी के साथ-साथ मुख्य सचिव को भी तलब किया.

ये भी पढ़ें- बड़ी लापरवाहीः एक दिन में मोतियाबिंद का 65 ऑपरेशन, 13 की गई 'रोशनी', 7 की निकाली गई आंखें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिलाधिकारी, सीनियर एसपी, डीजीपी और मुख्य सचिव तालब किए. सीएम ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद डीजीपी और मुख्य सचिव खुद घटनास्थल पर पहुंचे और झाड़ियों में शराब ढूंढने लगे.

ये भी पढ़ें- बिहार में 'बोतल' पर फुल सियासत! 'मेरा-तेरा... तेरा मेरा', आखिर शराबबंदी है किसकी?

ये भी पढ़ें- जानिये.... पटना का ये रेस्टोरेंट क्यों है खास, लालू के 'भकचोन्हर' शब्द से और हुआ चर्चित

बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टाल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकेगी.

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पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Complete Liquor Ban in Bihar) के दावों की पोल खुल गई है. शपथ ग्रहण और विधायकों का हाथ उठाकर समर्थन के बाद ही बिहार विधानसभा परिसर (Bihar Assembly Premises) में शराब की बोतलें मिलने से पूरे सूबे में हड़कंप मचा हुआ है. डीजीपी और मुख्य सचिव को झाड़ियों का खाक छानना पड़ रहा है. शराब की बोलत खोजने के लिए आला अधिकारी बिहार विधानसभा परिसर के केंपस के झाड़ियों को घूम-घूमकर देख रहे हैं.

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दरअसल, बिहार विधानमंडल परिसर में शराब की बोतल मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गुस्से के बाद डीजीपी और मुख्य सचिव हरकत में आए और घटना स्थल पर पहुंचकर झाड़ियों का खाक छान रहे हैं. गौरतलब है कि विधानसभा परिसर हाई सिक्योरिटी जोन माना जाता है और सदन की कार्यवाही चलने के दौरान तो सुरक्षा व्यवस्था और भी पुख्ता हुआ करती है. ऐसे में विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलना चिंता की बात है.

DGP शराब की बोतलें ढूंढने में लगे

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पहले तो अधिकारियों को शपथ दिलवाया और फिर विधायकों से हाथ उठाकर समर्थन मांगा. उसके बाद ही विधानसभा परिसर में आधे दर्जन से ज्यादा शराब की बोतलें मिली. सदन में जिसको लेकर खूब हंगामा हुआ. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर दी. हंगामा होता देख मुख्यमंत्री आगबबूला हुए डीजापी के साथ-साथ मुख्य सचिव को भी तलब किया.

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिलाधिकारी, सीनियर एसपी, डीजीपी और मुख्य सचिव तालब किए. सीएम ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद डीजीपी और मुख्य सचिव खुद घटनास्थल पर पहुंचे और झाड़ियों में शराब ढूंढने लगे.

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बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टाल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकेगी.

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Last Updated : Nov 30, 2021, 7:38 PM IST
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