पटनाः कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण के मामलों में कमी के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने अब फिर से जनता दरबार शुरू किया है. मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद स्थित परिसर में मुख्यमंत्री का जनता दरबार (Janata Darbar of CM Nitish) कार्यक्रम में सैकड़ों लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हैं. महिला शिक्षा को प्रोत्साहित के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ नहीं मिलने की कई शिकायतें एक के बाद एक जनता दरबार में मिलने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगायी. मैट्रिक, इंटर और स्नातक पास कई छात्राएं और उनके रिश्तेदार सीएम के जनता दरबार में शिकायत लेकर पहुंचे थे.
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मैट्रिक में प्रथम डिवीजन पास करने वालों के लिए लागू इस योजना का लाभ नहीं मिलने पर 2012 में पास करने वाली एक छात्रा के भाई के साथ-साथ 2018 में स्नातक करने वाली कई छात्राएं भी शिकायत लेकर पहुंची. इसके बाद सीएम ने माइक्रोफोन बंद कर पास खड़े एक वरीय अधिकारी से पूछा- ऐसा कैसा हो रहा है. एक के बाद एक शिकायतों पर सीएम अचरज भरी निगाहों से अधिकारियों से हर बार सवाल करते हुए आवेदकों को शिक्षा विभाग के पास भेज रहे थे.
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की पहली शिकायत लेकर पहुंची मुंगेर की जूही कुमारी ने सीएम से शिकायत की, 'सर साल 2019 में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्याल से स्नातक किया था और मुझे अब तक स्नातक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है. कॉलेज और यूनिवर्सिटी का चक्कर लगा कर थक चुकी हूं.' जूही की शिकायत सुनते ही सीएम ने नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग में फोन लगवाया. सीएम ने जल्द से जल्द समस्या के समाधान का निर्देश दिया.
जनता दरबार में मुख्यमंत्री आज शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईटी, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग, श्रम संसाधन विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद स्थित परिसर में बनाए गए नए हॉल में ये जनता दरबार लगा है.
संबंधित विभाग के सभी मंत्री भी जनता दरबार में मौजूद हैं. साथ ही सभी आला अधिकारी भी इस दौरान उपस्थित हैं. कोरोना संक्रमण घटने के बावजूद जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines in Janata Darbar) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. साथ ही जांच में नेगेटिव आने वाले लोगों को ही जनता दरबार में आने की अनुमति है.यही वजह है कि अभी भी सीमित संख्या में ही जनता दरबार में लोगों को आमंत्रित किया गया है. जनता दरबार में केवल उन्हीं लोगों को जिला प्रशासन के माध्यम से लाया गया है, जिन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पहले करा लिया था.
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