पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission) के दफ्तर के सामने इस कड़ाके की ठंड में भी अभ्यर्थी धरना दे रहे हैं. उनकी मांग है कि जिस तरह से विज्ञापन में शर्तें दी गई थी, उन्हीं शर्तों पर काउंसलिंग कराई जाए. विज्ञापन के अनुसार काउंसलिंग (Counseling as per Advertisement) करवाने की मांग को लेकर बीएसएससी ऑफिस में अभ्यर्थियों का धरना (Students Protest in BSSC Office) जारी है. रात में भी धरना जारी रहेगा.
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प्रथम इंटर स्तरीय बहाली की काउंसलिंग 2014 के विज्ञापन के अनुसार कराने की मांग को लेकर परीक्षार्थियों द्वारा बीएसएससी ऑफिस में सुबह 11 बजे से धरना दिया जा रहा है. परीक्षार्थियों का कहना है कि 2014 के विज्ञापन में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि जाति प्रमाण पत्र, नन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट तथा कंप्यूटर दक्षता, टाइपिंग से संबंधित सर्टिफिकेट पीटी का फॉर्म भरते समय देने की आवश्यकता नहीं है. काउंसलिंग के समय ये प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा.
सीजीएल-2 में भी इसी तरह का विज्ञापन था और काउंसलिंग में 2014 या इससे पहले का बना ये सभी प्रमाण पत्र देने की बाध्यता नहीं थी. वर्तमान वर्ष का जाति प्रमाण पत्र और नन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट लिया गया था. ये लोग नौकरी भी कर रहे हैं. लेकिन प्रथम इंटर स्तरीय बहाली की काउंसलिंग में 2014 का प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है. जबकि विज्ञापन में ऐसा लिखा हुआ नहीं था. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि जब तक बीएसएससी नोटिस जारी करके 2014 की बाध्यता को नहीं हटाती है, तबतक धरना जारी रहेगा. रात भर धरना जारी रहेगा.
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