पटना: भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प पर नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं. बीजेपी के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा है कि चीन का इतिहास छल-कपट का रहा है. उन्होंने हिंसक झड़प कर एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है, जो काफी दुखद है. इस झड़प में हमारे कई वीर सैनिक शहीद हुए हैं, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं. साथ ही ऐसी घटना की निंदा करते हैं.
राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा कि चीन को हम आर्थिक चोट देकर ही सुधार सकते हैं. चीन पूरे विश्व में बदनाम हो चुका है और कई मोर्चे पर वह घिर भी चुका है. उन्होंने कहा कि चीन ने अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया है. जबकि इस घटना में चीन के सैनिक की भी मौत हुई है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि लोग चाइनीज सामान का बहिष्कार कर उसे आर्थिक चोट पहुंचाए. उन्होंने कहा कि कम से कम डेढ़ साल तक अगर हम ऐसा करें तो चीन की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाएगी, फिर उन्हें सबक मिलेगा.
20 जवान शहीद
गौरतलब है कि चाईना बॉर्डर के गलवान घाटी में मंगलवार को अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. ये सभी बिहार रेजिमेंट के जवान हैं. इस हमले में 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर और 19 अन्य जवानों के शहीद होने की खबर आई है. वहींं, 11 जवानों के घायल होने की भी सेना मुख्यालय ने पुष्टि की है. इसमें दर्जनों चीनी अधिकारी और सिपाहियों की भी मौत होने या घायल होने की खबर है.
चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प
चीन के साथ भारत की ये हिंसक झड़प लद्दाख की गलवान वैली में हुई है. ये वही गलवन वैली है जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी. भारतीय सेना ने स्वीकार किया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई है.
संघर्ष हुआ बंद
सेना का कहना है कि इस संघर्ष में 17 सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए थे और शून्य से कम तापमान वाले ऊंचाई पर स्थित गलवान इलाके में उनकी मौत हो गई. सेना ने मंगलवार रात अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गलवान इलाके में अब भारतीय और चीनी दोनों ही देशों के सैनिकों के बीच संघर्ष बंद हो गया है.