पटना: राज्य में उपचुनाव से पहले महागठबंधन की एकजुटता पर बयानबाजी का दौर बदस्तूर जारी है. बीजेपी विधायक ने महागठबंधन की एकजुटता पर तंज कसा है. विधायक ने महागठबंधन को बारिश के पानी में डूबने वाला जहाज बताया है.
'बदलना चाहिए महागठबंधन का नाम'
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह विधायक मिथिलेश तिवारी ने महागठबंधन की एकजुटता पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं को एक बैठक बुलाकर इसका नाम बदलना चाहिए. क्योंकि राज्य में इनके सभी दल अलग-अलग रास्ते अपना रहे हैं. अब महागठबंधन नहीं है. उन्होंने कहा कि जिसका ना कोई नीति है ना ही कोई नियति है फिर कैसा गठबंधन. इनके नेता किसी नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार नही हैं तो फिर ये किसके नेतृत्व से चुनाव लड़ेंगे.
'महागठबंधन में स्वार्थ की होड़'
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सभी पार्टियां अपने-अपने पार्टी के उम्मीदवार को खड़ा कर जीतने के बाद बीजेपी से बार्गेनिंग करने के सपने देख रही हैं. लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है. कहा कि जनता एनडीए पर पूरा भरोसा करती है. जनता इस बार के उपचुनाव में भी एनडीए को ही चुनेगी. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में स्वार्थ की होड़ लगी है. राज्य से लेकर केंद्र तक कोई नेतृत्वकर्ता नहीं है. कोई किसी को भी नेता नहीं मान रहा है. ऐसी स्थिति में ये लोग अपने समर्थकों को भ्रम में डालने के लिए शिगूफा छोड़ते रहते हैं. अब शिगूफा छोड़कर किसी का वोट लेने का समय नहीं है. अब जनता काम करने वालों को ही पसंद करती है.
'बिखर चुका है महागठबंधन'
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने राज्य में काफी काम किया है. इसलिए जनता उसके साथ है. कहा कि महागठबंधन अब बिखर चुका है. जिसका कोई नेतृत्वकर्ता नहीं है. और गठबंधन के दल अपने-अपने स्वार्थ को देखते हुए भविष्य में किसी को भी नेता नहीं मान सकते हैं.