पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा (Former Union Minister Shatrughan Sinha) पश्चिम बंगाल में होने वाले आसनसोल लोकसभा उपचुनाव (Asansol Lok Sabha By Election) के लिए टीएमसी के उम्मीदवार होंगे. सीएम ममता बनर्जी के ऐलान के साथ ही बीजेपी की ओर से उन पर हमले तेज हो गए हैं. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि बिहार बाबू घुमंतु नेता हो गए हैं. वह पद के लिए कहीं भी चले जाएंगे.
ये भी पढ़ें: ममता का बड़ा दांव, उपचुनाव में 'बिहारी बाबू' को बनाया आसनसोल लोकसभा से उम्मीदवार
'इंटरनेशनल फकीर हैं शत्रुघ्न सिन्हा': बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा घुमंतू नेता हो गए हैं. उनके परिवार के लोग अलग-अलग जगहों से अलग-अलग दलों के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन जीत नसीब नहीं हुई है. अब उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा है. बीजेपी नेता ने कहा कि बिहारी बाबू घुमंतू नेता हो गए हैं और पद के लिए किसी भी दल में जा सकते हैं. अगर वह आने वाले दिनों में यूक्रेन से चुनाव लड़ें तो यह भी कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.
"आदरणीय शत्रुघ्न सिन्हा जी बिहार के लिए बहुत बड़े चेहरा हैं लेकिन बिहारियों के लिए बहुत बड़ा सबक भी हो जाएंगे कि अब सिर्फ यूक्रेन ही बच जाएगा, जहां से जाकर वे चुनाव लड़ेंगे. वो घुमंतु नेता हो गए हैं. ये इंटरनेशनल फकीर हैं. ये पद के लिए कहीं भी चले जाएंगे"- अरविंद सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
12 अप्रैल को वोटिंग: दरअसल, पिछले साल बाबुल सुप्रियो ने अपनी लोकसभा सीट आसनसोल से इस्तीफा दे दिया था. बाद में उन्होंने बीजेपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था. अब उन्हीं की खाली हो चुकी सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. वोटिंग 12 अप्रैल को होगी और 16 अप्रैल को रिजल्ट घोषित होगा.
ये भी पढ़ें: The Big Picture : जब बेटी सोनाक्षी सिन्हा को खोने से डर रहे थे शत्रुघ्न सिन्हा, खुद बताया पूरा किस्सा
पहले बीजेपी फिर कांग्रेस अब टीएमसी: आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी से राज्यसभा और लोकसभा के सांसद रहने के अलावा केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़े, लेकिन वहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में बेटे को कांग्रेस से टिकट दिलवाया पर उन्हें भी हार झेलनी पड़ी. वहीं, 2019 लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से उनकी पत्नी पूनम सिन्हा समाजवादी पार्टी के टिकट पर राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि वो भी जीत नहीं सकीं.
ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP