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बिहार में 'बोतल' पर फुल सियासत! 'मेरा-तेरा... तेरा मेरा', आखिर शराबबंदी है किसकी?

बिहार में 'बोतल' पर सियासत जारी है. अभी तक शराब की बोतलें सड़क पर ही दिखते थे, लेकिन अब विधानसभा परिसन में भी बोतलें ( Liquor Bottles Found in Bihar Assembly Premises ) दिख गई हैं. ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं. वहीं, शराबबंदी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ' मेरा-तेरा... तेरा मेरा' कर रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

Liquor Bottles In Assembly Premises
Liquor Bottles In Assembly Premises
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Published : Nov 30, 2021, 3:47 PM IST

Updated : Nov 30, 2021, 3:53 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र ( Winter Session Of Bihar Assembly )के दूसरे दिन सदन के अंदर और बाहर 'शराब की बोतल' के इर्द-गिर्द ही सियासत घुमती रही. दरअसल, बिहार विधानसभा परिसर में शराब मिलने ( Liquor Bottles In Assembly Premises ) का मामला सरकार के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. विधान परिषद में विपक्ष ने इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं.

कांग्रेस ने कहा की ये अत्यंत गंभीर विषय है. अगर विधानसभा परिसर में शराब के बोतलें मिलती हैं और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. वहीं जदयू ने पलटवार करते हुए कहा है कि पहले अपने नेताओं पर कार्रवाई करें विपक्ष. तब बात करें.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, तेजस्वी ने नीतीश से मांगा इस्तीफा

विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने को लेकर विपक्ष की नाराजगी कम नहीं हो रही है. कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने पूछा कि आखिर किसकी जिम्मेदारी है. अगर विधानसभा परिसर में शराब मिल रही है. एक तरफ मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को शपथ दिलाते हैं, दूसरी तरफ विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलती है. ये अत्यंत गंभीर विषय है और इस पर मुख्यमंत्री को गंभीरता से जांच करानी चाहिए.

विपक्ष के आरोप पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा शराब की बोतलें कहां मिली है, यह तो जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन इतना जरूर है कि आरजेडी विधायक के बेटे शराब पीते दिखते हैं तो RJD कार्रवाई नहीं करता. उन्होंने कहा कि यह वही राष्ट्रीय जनता दल है, जो यह दावा करता है कि हमारा संविधान शराबियों को पार्टी में रखने की इजाजत नहीं देता है.

ये भी पढ़ें: जब सदन के बाहर भिड़ गए संजय सरावगी और भाई बीरेंद्र, जमकर हुई तू-तू, मैं-मैं

बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के अंदर शराब की बोतल कहां से आई? मुख्यमंत्री को खुद मुआयना करना चाहिए. शराब माफिया के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर हमने देखी है. नीतीश कुमार के मंत्रियों को अपराध करने की छूट है. CM को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

इधर, तेजस्वी के आरोप पर बिहार के मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें कैसे आई इसकी पूरी जांच होगी. अध्यक्ष इसका परमिशन दें. यहां पर डीजीपी और मुख्य सचिव हैं और जांच होगी. कोई कैसे शराब पी सकता है, चाहे यहां रहने वाले लोग ही क्यों न हों, हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते.

नोट: ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र ( Winter Session Of Bihar Assembly )के दूसरे दिन सदन के अंदर और बाहर 'शराब की बोतल' के इर्द-गिर्द ही सियासत घुमती रही. दरअसल, बिहार विधानसभा परिसर में शराब मिलने ( Liquor Bottles In Assembly Premises ) का मामला सरकार के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. विधान परिषद में विपक्ष ने इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं.

कांग्रेस ने कहा की ये अत्यंत गंभीर विषय है. अगर विधानसभा परिसर में शराब के बोतलें मिलती हैं और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. वहीं जदयू ने पलटवार करते हुए कहा है कि पहले अपने नेताओं पर कार्रवाई करें विपक्ष. तब बात करें.

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विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने को लेकर विपक्ष की नाराजगी कम नहीं हो रही है. कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने पूछा कि आखिर किसकी जिम्मेदारी है. अगर विधानसभा परिसर में शराब मिल रही है. एक तरफ मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को शपथ दिलाते हैं, दूसरी तरफ विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलती है. ये अत्यंत गंभीर विषय है और इस पर मुख्यमंत्री को गंभीरता से जांच करानी चाहिए.

विपक्ष के आरोप पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा शराब की बोतलें कहां मिली है, यह तो जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन इतना जरूर है कि आरजेडी विधायक के बेटे शराब पीते दिखते हैं तो RJD कार्रवाई नहीं करता. उन्होंने कहा कि यह वही राष्ट्रीय जनता दल है, जो यह दावा करता है कि हमारा संविधान शराबियों को पार्टी में रखने की इजाजत नहीं देता है.

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बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के अंदर शराब की बोतल कहां से आई? मुख्यमंत्री को खुद मुआयना करना चाहिए. शराब माफिया के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर हमने देखी है. नीतीश कुमार के मंत्रियों को अपराध करने की छूट है. CM को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

इधर, तेजस्वी के आरोप पर बिहार के मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें कैसे आई इसकी पूरी जांच होगी. अध्यक्ष इसका परमिशन दें. यहां पर डीजीपी और मुख्य सचिव हैं और जांच होगी. कोई कैसे शराब पी सकता है, चाहे यहां रहने वाले लोग ही क्यों न हों, हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते.

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Last Updated : Nov 30, 2021, 3:53 PM IST
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