पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के 11वें और आखिरी चरण की मतगणना 14 और 15 दिसंबर को काउंटिंग होना है. रविवार को 20 जिलों के 38 प्रखंडों में मतदान हुआ था. आखिरी चरण में कुल 62.81 प्रतिशत मतदान हुआ था, इनमें महिलाओं ने 65.65 प्रतिशत और पुरुषों ने 59.98 प्रतिशत मतदान किया.
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इस चरण में कुल पदों की संख्या 17,286 है. जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 7649 सीट, ग्राम पंचायत मुखिया पद के लिए 568 सीट, पंचायत समिति सदस्य पद के लिए 772 सीट, जिला परिषद सदस्य पद के लिए 80 सीट, ग्राम कचहरी पंच पद के लिए 7649 सीट और ग्राम कचहरी सरपंच पद के लिए 568 सीट निर्धारित हैं.
बिहार पंचायत चुनाव का आखिरी चरण (Bihar Panchayat election last phase) में निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या 63,718 है, जिसमें 29,539 पुरुष प्रत्याशी और 34,179 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. 11वें चरण में 76 पदों पर किसी भी प्रत्याशियों के द्वारा नामांकन पत्र दाखिल नहीं किए जाने के कारण 76 पद रिक्त रह गए हैं, जिसमें एक पद ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए और 75 पद ग्राम कचहरी पंच पद के शामिल हैं.
इस चरण में 2147 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद के 89 प्रत्याशी, पंचायत समिति सदस्य पद की 1 और ग्राम कचहरी पंच पद के 2057 प्रत्याशी शामिल हैं. इस बार पंचायत चुनाव में यह देखने को मिला है कि बहुत सारे प्रत्याशी जो अपने कार्यकाल में जनहित के कामों को धरातल पर नहीं उतर पाए हैं, वह अपना पद भी नहीं बचा पाए हैं. बहुत कम लोग ही अपना पद बचा पाए हैं. इस बार जनता नए चेहरे पर ज्यादा विश्वास जता रही है और जिताने का भी काम कर रही है.
अब देखना होगा कि 11वें चरण में कितने लोग अपनी कुर्सी बचा पाते हैं, लेकिन इतना तो साफ है कि इस बार महिला प्रत्याशी और महिला मतदाता पंचायत चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और बाजी भी मार रही हैं. महिलाएं अपने घर की दहलीज को पार कर चुनावी रणभूमि में कदम रख रही है. पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर ताल ठोक रही है और जीत भी दर्ज कर रही हैं.
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आखिरी चरण की मतगणना में ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग (Use of OCR Technology in Counting) किया जाएगा. यह टेक्नोलॉजी ईवीएम से कनेक्ट होती है और कनेक्ट होने के साथ-साथ किस प्रत्याशी को कितने मत प्राप्त हुए हैं, यह बताने का काम करती है और एक डेटा बनाकर भी रखती है. साथ ही बिहार राज्य निर्वाचन आयोग (Bihar State Election Commission) के कंट्रोल रूम से मतगणना की मॉनिटरिंग की भी व्यवस्था की गई है. कहीं किसी प्रकार की मतगणना में किसी लोगों के द्वारा हस्तक्षेप ना हो मतगणना शांतिपूर्ण से हो इसको लेकर सीसीटीवी से निगरानी भी रखी जाएगी.
इस बार बिहार पंचायत चुनाव में पहली बार जिस सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है, उस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने के लिए अन्य राज्य भी लगातार बिहार में विजिट कर रहे हैं और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार की इस टेक्नोलॉजी को आने वाले दिनों में सभी जगह इस सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी से चुनाव कराया जाएगा और ओसीआर सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर मतगणना कराई जा सकती है.
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मतगणना को लेकर सीतामढ़ी में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गोसाईपुर स्थित बज्रगृह सह मतगणना केंद्र का भ्रमण कर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया. डीएम और एसपी ने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को संयुक्त रूप से संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी और कर्मी हर हाल में ससमय अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंच जाएंगे.
जिलाधिकारी ने परिसर की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का नियमित कार्य संचालित करने और सेंटर पर थर्मल स्कैनिंग, हैंड सैनिटाइज करने और मास्क का प्रयोग सुनिश्चित कराने के सख्त निर्देश दिए हैं. मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि सेंटर पर प्रत्येक व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है. मतगणना केंद्र पर त्रिस्तरीय सुरक्षा की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है. इसके तहत जिला पुलिस बल के जवान तीन लेयर में सेंटर के अंदर और बाहर की सुरक्षा की व्यवस्था देखेंगे. जगह-जगह पर सीसीटीवी लगाए गए हैं. वीडियोग्राफी की समुचित व्यवस्था की गई है.
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