पटना: बिहार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्री सुमित कुमार सिंह (Minister Sumit Kumar Singh) ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों (Engineering Colleges)में इस बार जेईई मेंस के आधार पर ही छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा. उसके लिए पूरी तैयारी हो गई है. इस बार प्लेसमेंट सेल पर पूरा जोर दे रहे हैं. इस साल भी 27 लोगों को प्लेसमेंट सेल के माध्यम से रोजगार दिलवाया है. सुमित सिंह का यह भी कहना है कि जेईई मेंस के माध्यम से यदि सीटें इंजीनियरिंग कॉलेज की नहीं भरेंगी तो कई अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं.
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यह पूछे जाने पर कि क्या अलग से कोई टेस्ट लिया जाएगा, मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि कई विकल्प हैं. बिहार सरकार का पूरा फोकस अब प्लेसमेंट सेल को लेकर भी है. पहले भी प्लेसमेंट सेल था लेकिन बहुत एक्टिव नहीं था. इस बार हम लोगों 27 छात्रों को प्लेसमेंट सेल के माध्यम से नौकरी दिलवाई है. आने वाले दिनों में प्लेसमेंट सेल के जरिये इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को बेहतर रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए कार्य किया जा रहा है.
बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेज में इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी की कमी को लेकर सवाल पूछे जाने पर मंत्री सुमित सिंह का कहना है कि अब अधिकांश कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो गए हैं. फैकल्टी की कमी है और बीपीएससी के माध्यम से हम लोग उसे दूर करने की कोशिश में लगे हैं.
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बिहार सरकार ने कोरोना के कारण ही जेईई मेंस के माध्यम से बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र छात्राओं के नामांकन का फैसला लिया है. जो सीटें बच जाएंगी उसके लिए अलग से एक टेस्ट लेने की भी तैयारी हो रही है. अब पूरा फोकस अधिक से अधिक छात्रों को रोजगार मिले और इसके लिए बड़ी कंपनियों से साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग ने संपर्क भी साधा है.
अधिकारियों को इस काम में विभाग ने विशेष रूप से लगाया है. बिहार सरकार ने इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय को लेकर भी हाल ही में कैबिनेट से प्रस्ताव स्वीकृत किया है. उस पर भी काम शुरू है. इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में बिहार के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज और तकनीकी कॉलेज शामिल हो जाएंगे.
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