पटना: उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Finance Minister Tarkishore Prasad) ने दूसरी बार बिहार विधानसभा में बजट पेश किया. फिर सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई. वहीं सुबह से ही दिन की शुरुआत हंगामे के साथ शुरू हुई. काफी देर हंगामा के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी. फिर सुबह लगभग एक घंटे के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू की गई.
LIVE UPDATE :
- सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित
- सभी दलों के नेता राज्यपाल के अभिभाषण पर पर रखे हैं अपना विचार
- राज्यपाल के अभिभाषण पर हो रही है चर्चा
- बिहार विधानसभा में साल 2022-23 के लिए 237691.19 करोड़ रुपये का बजट पेश
- पिछले साल 2020-21 का बजट 2 लाख 18 हज़ार करोड़ रुपये का था
- 700 करोड़ रुपये क्रेडिट कार्ड योजना के लिए
- 200 करोड़ का प्रावधान मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए
- 225 करोड़ का प्रावधान कुशल युवा कार्यक्रम के लिए
- हर घर नल का जल के लिए 1 हज़ार 1.10 करोड़ का प्रावधान किया गया
- 6 सूत्र शिक्षा, रोजगार, आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण एवं शहरी आधारभूत संरचना पर बजट बनाया गया है.
- कृषि और आधारभूत संरचना के लिए 29 हज़ार 749 हज़ार करोड़, समाज कल्याण के लिए 12375 करोड़, किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि निर्यात नीति बनाई गई है.
- कोविड महामारी के कारण वित्तीय प्रबंधन चुनौती, राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया है- तारकिशोर प्रसाद
- डिप्टी सीएम ने कहा कि महंगाई भत्ते का नियमित तौर पर भुगतान हो रहा है.
- सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य का विकास जारी है. लगातार कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं. गरीब और कमजोर वर्गों को मदद दी जा रही है.
- वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है.
- कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना हैं. विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है.
- वहीं बिहार की अर्थव्यवस्था 2.5 प्रतिशत बढ़ी। 2022-23 में विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है
- कोविड महामारी के कारण वित्तीय प्रबंधन चुनौती, राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया है.
- सीमित संसाधनों के बावजूद जारी है विकास- तारकिशोर प्रसाद
- विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है- वित्त मंत्री
- बिहार बजट 2022-23: बिहार का आर्थिक वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रहा.
- वर्ष 2022-23 का बजट जन कल्याण के लिए बनाई गई है.
- पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने राज्यों को मदद की.
- केंद्र सरकार ने ऋण लेने की सीमा में बढोतरी की.
- तार किशोर प्रसाद ने कहा कि कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है.
- राजस्व के वसूली पर पर प्रभाव पड़ा है.
- कोरोना काल में बिहार सरकार ने बेहतरीन कार्य किये हैं.
- इस दौरान वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ भी की.
- सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद
- बिहार विधानसभा में बजट पेश कर रहे हैं वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद
- विपक्षी सदस्यों ने की कार्रवाई की मांग
- सदन में हरि भूषण ठाकुर के बयान पर हंगामा
- सदन के सदस्य अपने क्षेत्र की उठा रहे हैं समस्या
- स्थगन के बाद फिर शुरू हुई सदन का कार्यवाही
- हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित
- कांग्रेस के सदस्य हाथों में काली पट्टी बांधकर जता रहे हैं विरोध
- राजद के ललित यादव ने विधानसभा अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार का मामला उठाया
- विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों को बैठने का आग्रह किया.
- विपक्ष की तरफ से मुख्य सचेतक ललित यादव को बोलने के लिए कहा
- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार बजट पेश होने के समय सदन में शामिल नहीं होंगे
- बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने 125 भ्रष्ट अधिकारियों के अभियोजन लटके रहने का मामला उठाया
- विधानसभा में प्रश्नकाल में गृह विभाग से 59, सामान्य प्रशासन विभाग से 8, वित्त विभाग से 11, उद्योग विभाग से 11, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से दो, गन्ना उद्योग विभाग से 6, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के 7 पर्सनल लाए गए हैं, जिसका जवाब हो रहा है.
- हंगामे के बीच चल रहा है प्रश्नकाल
- माले और कांग्रेस के सदस्य वेल में पहुंचकर कर रहे हैं नारेबाजी
- विधानसभा की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू
- शिक्षा मंत्री दे रहे हैं सवालों के जवाब
- सदन में विपक्ष कर रहा है हंगामा
- प्रश्नकाल से शुरू सदन की कार्यवाही
- सदन में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा
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आज गृह विभाग, वाणिज्य कर विभाग, वित्त विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, निगरानी विभाग, गन्ना उद्योग विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, उद्योग विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग और निर्वाचन विभाग के प्रश्न सदन में लाए जाएंगे. संबंधित विभाग के मंत्री प्रश्नों का जवाब देंगे.
प्रश्नकाल के बाद शून्य काल भी होगा और फिर ध्यान कर्षण में भी सरकार की तरफ से प्रश्नों का जवाब दिया जाएगा. बिहार का बजट भी आज पेश होगा और दूसरे हाफ में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की जाएगी. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के कार्यवाही का आज दूसरा दिन है. इस दौरान कई मुद्दों पर विपक्ष की ओर से सरकार को घेरने की तैयारी है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार ढाई फीसदी आर्थिक विकास दर होने से आगामी वार्षिक बजट आकार में बढ़ोतरी होगी. केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने के अलावा कर्ज लेने की सीमा 4 फीसदी होने और आर्थिक गतिविधियों के तेज होने से आंतरिक स्रोत से प्राप्त आय के आधार पर बजट आकार में बढ़ोतरी हो सकती है.
उम्मीद है कि बिहार के बजट में टेक्निकल एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और रोजगार सृजन पर फोकस किया जायेगा. वहीं आईटीआई और पॉलिटेक्निक को एक साथ मिलाकर नए विभाग की घोषणा भी बजट में हो सकती है. मुख्यमंत्री की ओर से पूर्व में की गयी घोषणा के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में हर चौराहे पर स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना के लिए बजट में प्रावधान होने की उम्मीद है.
वहीं बिहार विधान परिषद में आज अन्य कार्यों के अलावा राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद विवाद होगा. विधान परिषद में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत गंगा एक्सप्रेसवे का मनेर तक विस्तार करने की मांग से संबंधित सवाल और पटना के आशियाना-दीघा मार्ग को जननायक कर्पूरी ठाकुर पथ घोषित करने की मांग से संबंधित प्रश्न भी आने की संभावना है.
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