पटना: बिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर नालन्दा मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे सैंकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. डॉक्टरों ने मांग नहीं पूरी होने पर लंबे समय तक हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी है.
लगाए सरकार विरोधी नारे
नालन्दा मेडिकल कॉलेज में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवा बाधित कर सरकार और मेडिकल प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने 'बिहार सरकार हाए-हाए' के नारे भी लगाए. उन्होंने मांग नहीं मानने पर वृहत्तर आंदोलन की चेतावनी दी है.
स्वास्थय व्यवस्था चरमराई
गौरतलब है कि 8 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य के सभी सोमवार सुबह 8 बजे के बाद से डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों की हड़ताल के बाद से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं रहेंगी बंद
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण राज्य के सभी अस्पतालों में इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी. बता दें कि राज्य के कई जिलों में बाढ़ के कारण बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है. तो दूसरी तरफ डेंगू के कहर से राज्य की जनता काफी डरी हुई हैं. ऐसे में डॉक्टरों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से राज्य में चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है.
आइजीआइएमएस और एम्स में खुलेगी ओपीडी
वैसे इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और एम्स में ओपीडी अपने निर्धारित समय पर चलेगी. आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि अस्पताल में इलाज के लिए मरीज सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. यहां सभी बीमारियों के इलाज के लिए मरीज आ सकते हैं.