पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD supremo Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी देवी के 17 परिसरों पर सीबीआई ने छापा (CBI Raids on Lalu Yadav Premises) मारा है. इसे लेकर अब आरोप-प्रत्यारोपों को सिलसिला शुरू हो गया है. आरजेडी की ओर से इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और इसे राजनीतिक से प्रेरित बताया है. वहीं बीजेपी का कहना है कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है. लालू यादव जब रेल मंत्री थे, उसी समय का मामला है. उस दौरान उन्होंने जो कुकृत्य किया है, सीबीआई उसकी जांच कर रही है. इसको राजनीतिक चश्मे से देखने की कोई जरुरत नहीं है.
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बीजेपी पर गलत आरोप: बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Bihar Agriculture Minister Amarendra Pratap Singh) ने इस छापे से बीजेपी को कोई लेना देना नहीं है. सीबीआई मामले की जांच कर रही है. उनलोगों पर कई मामले हैं. कई मामले में लालू यादव जेल गए हैं. इसमें नया क्या है? बार-बार बीजेपी पर गलत आरोप लगाये जा रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि आरजेडी विद्यायक कहते है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और सीएम नीतीश कुमार के बीच बढ़ रही नजदीकियों के कारण सीबीआई का छापा पड़ रहा है. इसके जवाब में कृशि मंत्री ने कहा कि ये सब फिजूल की बातें हैं.
'हम इस बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. हम सीधा-सीधा मानते है कि जब कोई मामला सीबीआई के पास है तब ना छापेमारी हुई है. बिना मामले के तो कोई किसी के यहां जाकर छापा नहीं मार देगा. आरजेडी के लोग जो कहें, कहने दीजिये लेकिन जनता जानती है कि आखिर सीबीआई किस मामले पर राबड़ी आवास पहुंची है और ये मामला किस तरह का है.'- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री, बिहार सरकार
'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जातीय जनगणना के विरुद्ध है. जातीय जनगणना से ये सामने आ जाएगा कि किस जाति के लोग कितनी संख्या में हैं. उसके अनुपात में देश के संसाधनों का कौन कितना उपभोग कर रहा है. ये जानकारी बहुसंख्यक आबादी जो वंचित है, उसमें साधनों के बंटवारे की सशक्त और वैध मांग उठ सकती है. अन्यथा इतने पुराने मामले में अब तक नींद में सोई सीबीआई अचानक कैसे जाग गई! वह भी जब नीतीश कुमार जातीय जनगणना के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने जा रहे हैं. लेकिन ऐसी कार्रवाई के द्वारा सच को कब तक दबा कर रखा जा सकता है?' - शिवानंद तिवारी, आरजेडी नेता
लालू यादव बीमार हैं और तेजस्वी यादव नहीं हैं. इस बीच अगर सीबीआई ने छापेमारी किया है तो वह गलत है. सुबह सुबह सीबीआई की टीम पहुंच गई और कहीं न कहीं इस तरह की छापेमारी केंद्र सरकार के इशारे पर की जा रही है. यह लालू यादव के परिवार को तबाह करने की कोशिश है. इस तरह के छापेमारी से हम लोग डरने वाले नहीं हैं'- प्रभुनाथ यादव, राबड़ी देवी के भाई
'जिस तरह सुबह से छापेमारी हो रही है, इसे हम लोग कामयाब नहीं होने देंगे और लालू यादव कभी झुकने वाले नहीं हैं. आप लोग खुद जान रहे हैं कि क्या कारण है कि छापेमारी हो रही है. छापेमारी का समय क्या है. जनता सब देख और समझ रही है'- आलोक मेहता, राजद विधायक
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