पटना: भोजपुरी के सुपर स्टार खेसारी लाल यादव (Bhojpuri superstar Khesari Lal Yadav) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. देश के साथ ही विदेशों में भी उनके करोड़ों फैन्स हैं जो उनकी एक्टिंग और गायकी के जबरदस्त प्रशंसक हैं. खेसारी लाल यादव ने भोजपुरी फिल्म उद्योग अपनी पहचान बनायी है लेकिन उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है. कभी दिल्ली में सड़क किनारे लिट्टी-चोखा बेचकर परिवार का गुजारा करने वाले खेसारी लाल यादव अपनी एक फिल्म के लिए करीब 50 लाख रुपये लेते हैं. आज, 15 मार्च को इस भोजपुरी सुपर स्टार का जन्मदिन है. भोजपुरी फिल्म और गीत-संगीत उद्योग से जुड़े लोगों के साथ ही भारी संख्या में लोग उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं.
तंगहाली में गुजरा बचपन: बिहार के सारण जिले में जन्मे खेसारी लाल यादव का बचपन तंगहाली में गुजरा है. गरीबी को उन्होंने झेला है. पिता मंगरू लाल यादव चने बेचकर किसी तरह परिवार पालते थे. पिता दिनरात मेहनत करते थे. खेसारी लाल यादव इसी गरीबी के बीच बड़े हुए. वे भी पिता की मदद करने लगे. नाच-गाने के प्रति पहले से लगाव था, तो गांव में आई बरात में महिला डांसर बनकर पैसे कमा लेते थे.
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दिल्ली में बेचा लिट्टी चोखा: खेसारी ने बिहार में मजदूरी करने के साथ दूध बेचने का छोटा सा कारोबार किया लेकिन दिन नहीं बदले. दिल्ली गये. वहां लिट्टी चोखा बेचने लगे. परिवार खर्च जैसे तैसे चलता रहा. गाने का शौक तो था ही. इसलिए उसे भी नहीं छोड़ा. भोजपुरी गाने गाते रहे. इसी प्रकार से धीरे-धीरे जीवन की गाड़ी आगे बढ़ती रही. गानों के चलते पहचान मिलने लगी. कैसेट बाजार में आने लगे. उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. भोजपुरी गाने से शुरू हुआ सफर आज इस फिल्म इंडस्ट्री के चहेते सितारों की अग्रणी श्रेणी तक पहुंच गया है.
असली नाम है कुछ और: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और चाहने वालों में वे खेसारी लाल यादव के नाम से जाने जाते हैं लेकिन उनका असली नाम शत्रुघ्न कुमार यादव हैं. बावजूद इसके असली नाम कोई नहीं जानता, उन्हें लाखों फैंस खेसारी लाल यादव के नाम से जानते हैं.
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