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नीतीश कुमार के जनता दरबार के बाहर पहुंची बांका की बुजुर्ग महिला, कहा- दबंग नहीं बनाने दे रहे मकान - बिहार समाचार

जनता दरबार में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar In Janta Darbar) में फरियादियों की समस्याएं सुन रहे हैं. इधर, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें जनता दरबार से बुलावा नहीं आता. वे भी अपनी फरियाद लेकर पहुंचते हैं. बांका की एक बुजुर्ग महिला दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की लेकर जनता दरबार के बाहर पहुंची थी. पढ़ें पूरी खबर.

Banka elderly lady
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Published : Jan 3, 2022, 4:01 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janata Darbar) में जमीन और पुलिस से संबंधित लोगों की फरियाद सुनीं. दूसरी ओर जनता दरबार के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जमीन विवाद और पुलिस की शिकायत लेकर पहुंचे थे. हालांकि उन्हें जनता दरबार के भीतर जाने की इजाजत नहीं थी, इसलिए बाहर मीडिया कर्मियों के साथ अपनी पीड़ा साझा की.

ये भी पढ़ें: CM नीतीश रह गए दंग.. जब लड़की ने कहा- 'सुसाइड के अलावा मेरे पास कोई और रास्ता नहीं'

जनता भीषण ठंड के बावजूद बांका से पहुंची एक महिला का कहना था कि दबंग उन्हें मकान नहीं बनाने दे रहे हैं. थाने में शिकायत के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसलिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाने आए हैं. महिला ने बताया कि 3 महीना पहले रजिस्ट्रेशन जनता दरबार के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है.

देखें वीडियो

बुजुर्ग महिला पार्वती देवी का कहना है उसके दो बेटे हैं. गांव के दबंग लोग उनके साथ भी मारपीट करते हैं. उसे मानसिक रूप से भी परेशान कर दिया है. गांव के लोगों का कहना है कि मकान बनाने नहीं देंगे और गांव से चले जाने का लगातार दबाव बना रहे हैं. कोई अधिकारी मेरी बात सुन नहीं रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फरियाद करने आये हैं लेकिन इनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.

बता दें कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते हैं. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आए हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी गई है.

ये भी पढ़ें: ...तो बिहार में लगने जा रहा है लॉकडाउन! नीतीश कुमार ने दिए संकेत

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janata Darbar) में जमीन और पुलिस से संबंधित लोगों की फरियाद सुनीं. दूसरी ओर जनता दरबार के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जमीन विवाद और पुलिस की शिकायत लेकर पहुंचे थे. हालांकि उन्हें जनता दरबार के भीतर जाने की इजाजत नहीं थी, इसलिए बाहर मीडिया कर्मियों के साथ अपनी पीड़ा साझा की.

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जनता भीषण ठंड के बावजूद बांका से पहुंची एक महिला का कहना था कि दबंग उन्हें मकान नहीं बनाने दे रहे हैं. थाने में शिकायत के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसलिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाने आए हैं. महिला ने बताया कि 3 महीना पहले रजिस्ट्रेशन जनता दरबार के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है.

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बुजुर्ग महिला पार्वती देवी का कहना है उसके दो बेटे हैं. गांव के दबंग लोग उनके साथ भी मारपीट करते हैं. उसे मानसिक रूप से भी परेशान कर दिया है. गांव के लोगों का कहना है कि मकान बनाने नहीं देंगे और गांव से चले जाने का लगातार दबाव बना रहे हैं. कोई अधिकारी मेरी बात सुन नहीं रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फरियाद करने आये हैं लेकिन इनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.

बता दें कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते हैं. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आए हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी गई है.

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