पटना: किशनगंज विधानसभा सीट पर पहली बार ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की ओर से कमरुल होदा विधायक बने. उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बातचीत करने के दौरान कहा कि किशनगंज बिहार का सबसे पिछड़ा इलाका है. यहां पर किसी जनप्रतिनिधि ने विकास का काम नहीं किया है. उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र में विकास पर जोर देने का दावा किया.
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का दावा
बिहार में एआईएमआईएम पार्टी के पहले विधायक कमरुल होदा ने पटना में शपथ ग्रहण की. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान किशनगंज में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का दावा किया. उन्होंने पुराने विधायकों पर निशाना लगाते हुए कहा कि यहां जितने भी जनप्रतिनिधि चुने गए हैं, सभी ने लोगों को डरा-धमकाकर वोट हासिल किया है. पहली बार इस सीट पर सभी लोगों ने एकजुट होकर बिना किसी के दबाव में वोटिंग की है.
पुराने जनप्रतिनिधियों पर साधा निशाना
पुराने जनप्रतिनिधियों पर हमला बोलते हुए विधायक ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से अबतक यहां किसी जनप्रतिनिधि ने कोई काम नहीं किया है. इस कारण किशनगंज बिहार के पिछड़े जिले की गिनती में आता है. उन्होंने घुसपैठिये की बात को लेकर कहा कि किशनगंज में कोई घुसपैठिया नहीं है. इसके अलावा जनसंख्या नियंत्रण पर विधायक ने कहा कि इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए.
किशनगंज से एआईएमआईएम ने खोला खाता
बता दें कि किशनगंज में एनडीए की ओर से बीजेपी की उम्मीदवार स्वीटी सिंह को टिकट दिया गया था. वहीं, कांग्रेस की ओर से सईदा बानो उपचुनाव में खड़ी हुई थी. इस उपचुनाव में एआईएमआईएम के कमरुल होदा ने दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार को हराकर किशनगंज सीट पर जीत हासिल किया. इसके साथ ही बिहार में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अपना खाता खोला.