नई दिल्ली/पटना : पटना के बाढ़ इलाके में बीते दिसंबर में हुए तिहरे हत्याकांड मामले में क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी को नोएडा से गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान सूरज उर्फ तेली के रूप में की गई है. इस गिरफ्तारी की जानकारी बिहार पुलिस को दे दी गई है. इस हत्याकांड में मुखिया सहित तीन लोगों की भोला सिंह गैंग ने हत्या कर दी थी. यह हत्या ठेके को लेकर चल रहे विवाद के चलते हुई थी.
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शादी समारोह में हुई थी फायरिंग : डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि पटना के बाढ़ थाना क्षेत्र में बीते 11 दिसंबर को एक कारोबारी के परिवार में शादी समारोह था. यहां पर नवनिर्वाचित मुखिया भी शादी में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. उसी दौरान आठ से 10 बदमाशों ने मुखिया सहित कई लोगों पर गोली चला दी थी. इसमें नवनिर्वाचित मुखिया भूरेलाल यादव उर्फ प्रियरंजन और एएसआई राजेश की मौके पर मौत हो गई थी जबकि एक घायल लाल बहादुर ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था. हत्याकांड को लेकर बाढ़ थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि सीमेंट की फैक्ट्री बनाने को लेकर वहां विवाद चल रहा था. इसी विवाद में ट्रिपल मर्डर को अंजाम दिया गया था.
भोला सिंह गैंग का नाम आया सामने : हत्याकांड में पूर्व मुखिया एवं भोला सिंह गैंग का नाम सामने आया था. बिहार पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अन्य आरोपी फरार चल रहा था. डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि क्राइम ब्रांच को इस तिहरे हत्याकांड में शामिल सूरज के बारे में गुप्त सूचना मिली. उन्हें पता चला कि वह नोएडा इलाके में छिपकर रह रहा है. इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की टीम ने छापा मारकर सूरज उर्फ तेली को गिरफ्तार कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि उसके खिलाफ पहले भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस वारदात में उसके साथ उसका भाई भी शामिल था जिसके खिलाफ एक दर्जन मामले दर्ज हैं. उसकी गिरफ्तारी की जानकारी बिहार पुलिस को दे दी गई है जो उसे अपने साथ लेकर पटना जाएगी.
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डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि हत्याकांड के बाद सूरज बिहार से भागकर दिल्ली आ गया था. यहां आने के बाद कुछ समय तक वह बुराड़ी इलाके में छिपकर रहा. इसके बाद वह कुछ समय वजीराबाद झड़ौदा इलाके में रहा. इसके बाद अपना ठिकाना दिल्ली से बदलकर वह नोएडा चला गया था. पुलिस से बचने के लिए वह बिहार में अपने परिवार से भी संपर्क नहीं कर रहा था. आरोपी वे खिलाफ पहले से दो मामले दर्ज हैं. उसने मुखिया चुनाव के दौरान भी गोली चलाई थी.
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