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बिल्ली के बिजली ग्रिड पर कूदने से लगभग 40000 घरों की बिजली गुल

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Published : Apr 30, 2022, 10:56 PM IST

पटना के गायघाट पावर ग्रिड पर बिल्ली कूदने से (cat jumped on power grid) से ट्रांसफार्मर में आग लग गई. जिस वजह से करीब 40000 घरों की बिजली गुल (40000 homes were light off) हो गई. हालांकि ट्रांसफार्मर मेंटेनेंस का काम अभी भी चल रहा है. इस बीच लोगों को फिर से बिजली मिलने लगी है लेकिन बीच में शट डाउन करके ट्रांसफार्मर के मेंटेनेंस का कार्य बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है.

बिजली ग्रिड पर बिल्ली कूदी
बिजली ग्रिड पर बिल्ली कूदी

पटना: बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों काफी गर्मी पड़ रही है. तापमान की बात करें तो 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहता है. इतनी गर्मी के बीच लाइट कट जाने से स्थानीय लोग काफी परेशान दिख रहे है . इसी बीच एक ऐसा मामला गायघाट बिजली ग्रिड का आया है, जो सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल मामला यह है कि गायघाट ग्रिड में पावर ट्रांसफार्मर पर एक बिल्ली के कूदने से ट्रांसफार्मर में आग (Transformer fire due to cat jump) लग गई. जिस कारण से ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट हो गया. इस दौरान गायघाट इलाके का लगभग 30 से 40 हजार उपभोक्ताओं के घरों की बिजली गुल हो गई.

ये भी पढ़ें: Power Crisis: झुलसाती गर्मी के बीच बड़ा दावा- 'बिहार में बिजली की कटौती कम है'

40000 घरों की बिजली गुल: इस भीषण गर्मी और पहले से ही पावर कट की मार झेल रहे पटना के लोगों को एक बिल्ली के कारण भारी फजीहत झेलना पड़ा. लोग बिजली आने का इंतजार करते रहे लेकिन जब बिजली नहीं आई तो लोगों ने बिजली कर्मचारियों से संपर्क साधना शुरू किया. बिजली विभाग के कर्मियों के द्वारा जब बिल्ली की कहानी बताई तब लोग भी सुन कर आश्चर्यचकित रह गए. लोगों के बस एक ही सवाल था कि बिजली कब आएगी लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए 1 घंटे के अंदर बिजली को फिर से बहाल कर दिया गया. जिसके बाद लोगों ने चैन की सांस ली.

बिजली चोरी रोकने की कोशिशि: अब बिहार में ऑनलाइन पहरेदारी सिस्टम (online paharedari system) बनाया गया है. इस सिस्टम के जरिए एक रूम में बैठकर यह आसानी से पता लगा लिया जाएगा कि किस स्थान पर किस व्यक्ति द्वारा बिजली की चोरी की जा रही है. हर जिले में एक विशेष इकाई काम करेगी. इस विशेष इकाई के मुख्य अधिकारी अधीक्षण अभियंता होंगे. उनके अधीन कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और कनीय अभियंता होंगे.

दोषी कर्मियों पर होगी कार्रवाई: वहीं, शिकायत मिलने पर कंपनी के आला अधिकारियों को सूचना देकर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जा सकेगी. बिहार में अभी 30 फीसदी से अधिक बिजली का नुकसान है. इसमें तकनीकी व व्यवसायिक, दोनों नुकसान शामिल हैं. जिससे कंपनी को हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान होता है. नुकसान के कारण ही बिजली कंपनी को राज्य सरकार से हर साल हजारों करोड़ का अनुदान भी लेना पड़ता है . स्कॉडा कैडर बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. हालांकि बिजली चोरी रोकने के लिए और उपभोक्ताओं को डिजिटल बनाने के लिए बिहार में प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है, जिससे कि उपभोक्ता अपने इच्छा अनुरूप बिजली की खपत कर सकते हैं. साथ ही साथ बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा.

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पटना: बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों काफी गर्मी पड़ रही है. तापमान की बात करें तो 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहता है. इतनी गर्मी के बीच लाइट कट जाने से स्थानीय लोग काफी परेशान दिख रहे है . इसी बीच एक ऐसा मामला गायघाट बिजली ग्रिड का आया है, जो सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल मामला यह है कि गायघाट ग्रिड में पावर ट्रांसफार्मर पर एक बिल्ली के कूदने से ट्रांसफार्मर में आग (Transformer fire due to cat jump) लग गई. जिस कारण से ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट हो गया. इस दौरान गायघाट इलाके का लगभग 30 से 40 हजार उपभोक्ताओं के घरों की बिजली गुल हो गई.

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40000 घरों की बिजली गुल: इस भीषण गर्मी और पहले से ही पावर कट की मार झेल रहे पटना के लोगों को एक बिल्ली के कारण भारी फजीहत झेलना पड़ा. लोग बिजली आने का इंतजार करते रहे लेकिन जब बिजली नहीं आई तो लोगों ने बिजली कर्मचारियों से संपर्क साधना शुरू किया. बिजली विभाग के कर्मियों के द्वारा जब बिल्ली की कहानी बताई तब लोग भी सुन कर आश्चर्यचकित रह गए. लोगों के बस एक ही सवाल था कि बिजली कब आएगी लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए 1 घंटे के अंदर बिजली को फिर से बहाल कर दिया गया. जिसके बाद लोगों ने चैन की सांस ली.

बिजली चोरी रोकने की कोशिशि: अब बिहार में ऑनलाइन पहरेदारी सिस्टम (online paharedari system) बनाया गया है. इस सिस्टम के जरिए एक रूम में बैठकर यह आसानी से पता लगा लिया जाएगा कि किस स्थान पर किस व्यक्ति द्वारा बिजली की चोरी की जा रही है. हर जिले में एक विशेष इकाई काम करेगी. इस विशेष इकाई के मुख्य अधिकारी अधीक्षण अभियंता होंगे. उनके अधीन कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और कनीय अभियंता होंगे.

दोषी कर्मियों पर होगी कार्रवाई: वहीं, शिकायत मिलने पर कंपनी के आला अधिकारियों को सूचना देकर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जा सकेगी. बिहार में अभी 30 फीसदी से अधिक बिजली का नुकसान है. इसमें तकनीकी व व्यवसायिक, दोनों नुकसान शामिल हैं. जिससे कंपनी को हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान होता है. नुकसान के कारण ही बिजली कंपनी को राज्य सरकार से हर साल हजारों करोड़ का अनुदान भी लेना पड़ता है . स्कॉडा कैडर बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. हालांकि बिजली चोरी रोकने के लिए और उपभोक्ताओं को डिजिटल बनाने के लिए बिहार में प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है, जिससे कि उपभोक्ता अपने इच्छा अनुरूप बिजली की खपत कर सकते हैं. साथ ही साथ बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा.

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