पटना : बिहार में कोरोना लगातार पांव पसार रहा है. राजधानी पटना हॉटस्पॉट बन चुका है. यहां पर अब 18 डॉक्टरों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है. एनएमसीएच और पटना एम्स के डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए हैं. जानकारी के अनुसार एनएमसीएच के 16 जूनियर डॉक्टर और एम्स के दो डॉक्टर कोरोना से संक्रमित(Doctors of Nmch Patna Found Corona Positive) हुए हैं. संक्रमित हुए सभी डॉक्टरों को आइसोलेट कर दिया गया है. इस बात की जानकारी मिलते ही अस्पताल के नर्स, डॉक्टर समेत अन्य कर्मचारियों में हड़कंम मच गया है.
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बताया जा रहा है कि एनएमसीएच के संक्रमित जूनियर डॉक्टर पटना में बीते दिनों हुए आईएमए के सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे. 75 डॉक्टरों का एक साथ आरटीपीसीआर जांच हुआ जिसमें 16 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. एनएमसीएच अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने जूनियर डॉक्टरों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि करते हुए कहा कि इन सभी का दोबारा सैपल जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल प्रसाशन आगे का कदम उठायेगी.
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ज्ञात हो कि बिहार में कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रहा है. बीते 5 दिनों की बात करें तो 27 दिसंबर को प्रदेश में जहां कोरोना के 26 मामले सामने आए थे. वहीं 28 दिसंबर को यह संख्या बढ़कर 47 हो गई. 29 दिसंबर को यह संख्या 77 हो गई और 30 दिसंबर को 132 नए मरीज मिले. वहीं 31 दिसंबर को 158 नए मामले सामने आए.
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साल 2022 के पहले दिन की बात करें तो 1 जनवरी शनिवार को राजधानी पटना में ही कोरोना के 136 नए मामले (Corona Cases Found In Patna) सामने आए हैं. जिसमें कई लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री फॉरेन की है. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार बैठकें कर रही है और इससे निपटने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों में जितनी तेजी से पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़ रही है उसको देखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
कोरोना के मामले बढ़ने के कारण पटना हॉटस्पॉट बन गया है. राजधानी में एक्टिव मामलों की संख्या 390 हो गई है. हालांकि, 90 फीसदी मरीज हल्के लक्षण के और घर में होम आइसोलेशन में है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रतिदिन मरीजों के हेल्थ का अपडेट लिया जाता है और चिकित्सकों द्वारा फोन पर जरूरी परामर्श भी दिया जा रहा है.
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