नालंदा: सिख धर्म के पहले गुरु गुरुनानक देव जी का इस साल 550वां प्रकाश पर्व राजगीर में बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर को सर्वधर्म समभाव की नगरी कहा जाता है. इस साल यहां पहली बार प्रकाश पर्व का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं.
राजगीर महोत्व के दौरान सीएम नीतीश ने प्रशासन समेत आमजनों से अपील की थी कि जिस तरह पटना सिटी में गुरु गोविंद सिंह का 350वां प्रकाश पर्व आयोजित किया गया था. उसी प्रकार इस साल राजगीर में आयोजित करें. यहां आने वाले संगत, भक्तों और सेवादारों की सहूलियत का खास ध्यान रखें.
तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित
राजगीर के शीतल कुंड में इस साल भव्य आयोजन किया जा रहा है. प्रकाश पर्व को लेकर सिख धर्म के अनुयायी के साथ-साथ जिला प्रशासन और राज्य सरकार की ओर से व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. कार्यक्रम आगामी 27 दिसंबर से शुरू होगा जो कि 3 दिनों तक चलेगा. 29 दिसंबर को इसका समापन होगा.
तैयार किए जा रहे मंदिर, भवन और राहत-गृह
गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर यहां मंदिर का भी निर्माण कराया जा रहा है. जिसकी तैयारियां तेजी से की जा रही हैं. प्रकाश पर्व के मौके पर राजगीर के हॉकी ग्राउंड मैदान में लंगर का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर एक प्रकार की व्यवस्था की जा रही है. बिहार सरकार, जिला प्रशासन, तख्त हरमंदिर साहिब पटना सिटी सहित अन्य लोगों इसकी व्यवस्था में जुटे हुए हैं.
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राजगीर से जुड़ी है गुरुनानक देव जी कहानी
बता दें कि राजगीर में सिख धर्म के पहले गुरु गुरुनानक देव जी का आगमन हुआ था. कहा जाता है कि वे 1563 विक्रम संवत में राजगीर आए थे. राजगीर को हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां 22 कुंड हैं. सभी कुंडों में गर्म पानी था. गुरुनानक देव जी को प्रतापी और युगपुरुष जानकर सभी लोगों ने उनसे प्रार्थना की कि वे यहां ठंडे जल की व्यवस्था लोगों के लिए कर लें. तब गुरुनानक देव जी ने कहा कि ईश्वर सर्वशक्तिमान है आप लोगों को ठंडा जल मिलेगा. तब से यहां ठंडा जल का इंतजाम हुआ जो शीतल कुंड के नाम से जाना गया.