नालंदा: भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर केंद्र सरकार और नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. मोदी और शाह पर निशाना साधते हुए दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि देश संविधान के मुताबिक चलेगा, ना कि पीएम और गृह मंत्री के हिसाब से.
दरअसल, भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य बिहारशरीफ के सोगरा कॉलेज में आयोजित जन एकता सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां संबोधन के दौरान उन्होंने सीएए को वापस लेने और एनआरसी, एनपीआर पर रोक लगाने की मांग की. साथ ही उन्होंने डिटेंशन कैंप को बंद करने की भी बात कही.
संविधान के खिलाफ है सीएए- दीपंकर भट्टाचार्य
मौके पर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि सीएए संविधान के खिलाफ है. ये कानून देश को बांटने वाला है. उन्होंने कहा कि एनपीआर और एनआरसी आम लोगों की नागरिकता छिनने की एक साजिश है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान लोगों को लाइन में खड़ा कर दिया गया, लेकिन देश का काला धन नहीं आया. बेरोजगारी बढ़ी, मंहगाई बढ़ी, खेती ठप है. ऐसे में अब जब बजट का समय नजदीक आ गया है तो सरकार लोगों को सीएए, एनआरसी और एनपीआर में उलझा दिया.
'सीएम नीतीश को देना चाहिए स्पष्टीकरण'
दीपांकर भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक ओर एनआरसी लागू नहीं होने की बात कहते हैं. वहीं दूसरी ओर कहते हैं कि पुराना एनपीआर सही था, नया एनपीआर गलत है. उन्होंने बिहार में इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया. ऐसे में वे क्या चाह रहे हैं, समझना मुश्किल है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग किया कि विधानसभा के अगले सत्र में प्रस्ताव पारित कर एनपीआर पर रोक लगाए.
बता दें कि आगामी 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर पूरे देश में भाकपा माले के लोग सत्याग्रह पर लोग बैठेंगे. वहीं, 31 जनवरी को पटना में जन एकता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसी प्रकार आगामी 25 फरवरी को बिहार विधानसभा तक मार्च किया जाएगा.