नालंदाः बिहार शरीफ के महान सूफी संत हजरत मखदूम साहब के आस्ताने पर आज से 660 वां सालाना उर्स नालंदा में मनाया जा रहा है. उर्स के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी दरगाह पहुंचे और वहां उन्होंने मखदूम साहब के मजार पर चादरपोशी कर बिहार के अमन चैन की दुआएं (CM Nitish Kumar On Nalanda visit ) मांगी. वहीं इस दौरान उन्होंने बड़ी दरगाह और खानकाह-ए-मोअजम्म में 4 करोड़ 57 लाख की लागत से निर्मित दो मुसाफिरखाना का उद्घाटन किया. इसके अलावा मखदूम साहब के दूसरे गद्दीनशी के संग्रहित उपदेश पर लिखी गई पुस्तक गंजे-ए-लयफ्फा का भी सीएम ने विमोचन किया.
''मैं बराबर यहां आता रहा हूं. यहां आकर अच्छा लगता है. कोरोना के कारण काफी समय से यहां नहीं आ पाया था. मेरी दुआ है कि सब लोग प्रेम और भाईचारे के साथ रहें. एक दूसरे का इज्जत करें.''- नीतीश कुमार, सीएम
मखदूम साहब की ख्याति देश-दुनिया में हैः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मखदूम साहब की ख्याति पूरे देश दुनिया में है. सलाना उर्स के मौके पर हजारों लोग इबादत करने के लिए यहां आते हैं. लोगों के ठहरने के लिए यहां दो मुसाफिरखाना का निर्माण कराया गया है, ताकि यहां आने वाले जरीना को किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो. इस दौरान उन्होंने देश और प्रदेश के लिए अमन व शांति की दुआ और भाईचारगी बनाए रखने की अपील की.
लाउडस्पीकर विवाद पर बोले मंत्रीः मौके पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां और सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मो. इर्शादुल्लाह ने बारी-बारी से दरगाह पर चादरपोशी की. मंत्री जमा खां ने मख्दूम ए जहां शेख सरफ़ुद्दीन याहिया मनेरी की दरगाह पर चादरपोशी कर आपसी भाईचारगी और देश की अमन शांति के लिए दुआ किया. लाउडस्पीकर विवाद पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि यहां ऐसा कोई मामला नहीं है. कुछ लोग अपनी पॉपुलारिटी के लिए इस तरह का विवाद खड़ा कर रहे हैं.
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