मुजफ्फरपुर: जिले में बाढ़ (Flood in Muzaffarpur) का कहर कम होने पर कटाव का खतरा बढ़ गया है. तेजी से नदियों का जलस्तर घटने लगा है. बूढ़ी गण्डक नदी (Budhi Gandak River) में कई जगहों पर कटाव तेज हो गया है. रघई पुल (Raghai Bridge) के एप्रोच सड़क के पास भी नदी का कटाव तेज (Fast River Erosion) है. जिससे इस अहम सड़क पुल के ध्वस्त होने की आशंका है.
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कटाव की जानकारी स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग को दे दी है. बूढ़ी गंडक नदी पर कांटी मीनापुर के बीच बने रघई पुल के एप्रोच सड़क के पास नदी का कटाव तेज हो गया है. जिससे इस अहम सड़क पुल के संपर्क पथ के ध्वस्त होने की आशंका जताई जा रही है. ग्रामीणों की माने तो पिछले एक सप्ताह से यहां नदी का कटाव बहुत तेज हुआ है. जिसका दायर करीब एक किलोमीटर के आसपास है.
गौरतलब है कि इस जगह पर पहले भी कटाव हो चुका है. जिसके मद्देनजर यहां पर कटाव निरोधी काम भी हुआ था. लेकिन इस बार नदी के तेज कटाव में नदी के किनारे लगे रेत की अधिकांश बोरियां भी कटकर नदी में समा चुकीं हैं. जिससे इस इलाके के लोग नदी के सुरक्षा बांध के टूटने की आशंका से सहमे हुए हैं.
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बूढ़ी गंडक नदी पुल के पाया नंबर एक के पास एप्रोच सड़क का तेजी से कटाव कर रही है. वहीं इस संबंध में कटाव रोकने के लिए जल संसाधन विभाग ने इस पुल से सटे एक किलोमीटर के दायरे में कटाव निरोधी काम करने की मंजूरी दे दी है. लेकिन अभी तक इस जगह पर कटाव निरोधी काम शुरू नहीं हो पाया है.
मुजफ्फरपुर में पिछले 20 दिनों से अधिक जारी बाढ़ के कहर के बीच अब खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है. बूढ़ी गंडक, बागमती और गंडक नदी के जलस्तर में कमी दर्ज हो रही है. जिसके कारण लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन अभी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. वहीं, बूढ़ी गंडक के कटाव से ग्रामीण दहशत में हैं.
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