मुजफ्फरपुर: शहर के बिंदेश्वरी कंपाउंड मोहल्ला निवासी युवा क्रिकेटर शाहबाज नदीम के भारतीय टेस्ट टीम में चुने जाने पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है. आसपास के लोग उनके घर बधाई देने पहुंच रहे हैं. स्पेशल ब्रांच के डीएसपी पद से सेवानिवृत्त नदीम के पिता जावेद महमूद बेटे की इस उपलब्धि से खासे उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि भारत के लिए खेलने का जो वादा नदीम ने किया था, आज उसने वो पूरा कर दिया है.
'पहली बार पकड़ने पर जला दिया था बैट'
क्रिकेटर के तौर पर शाहबाज के शुरुआती दिनों को याद कर पिता जावेद कहते हैं कि पहली बार बैट पकड़ने पर नाराज होकर उन्होंने उसे जला दिया था. तब खेल के लिए दीवाने शाहबाज ने पिता से वादा किया था कि वह भारत के लिए खेलकर दिखाएगा. उसके जुनून को देखकर ही बाद में उन्होंने शाहबाज को प्रोत्साहित करना शुरू किया. पिता कहते हैं कि आज उसने मेरा सपना पूरा कर दिया.
बेटे की उपलब्धि पर गर्व
वहीं, शाहबाज नदीम की मां हुस्न आरा भी बेटे की उपलब्धि पर खुश हैं. वो कहती हैं कि नदीम के भारत के लिए खेलने के जुनून ने ही उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है. उनको अपने बेटे की उपलब्धि पर गर्व है. बेटा शाहबाज भारत के लिए खेलेगा, यहां के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए गौरव की बात है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट टीम में शाहबाज का हुआ चयन
बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी शाहबाज नदीम के पिता जावेद महमूद इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे. सर्विस के दौरान वे डीएसपी के तौर पर अपनी सेवा देते हुए रिटायर हुए. इसके बाद वे पैतृक शहर मुजफ्फरपुर रहने के लिए आ गए. नदीम की शुरुआती शिक्षा झरिया के डिगवाडीह के डिनोबिली स्कूल से हुई है. इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच शनिवार से शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच के लिए शाहबाज नदीम को टीम में शामिल किया गया है.